वार्षिक राशिफल - 2014
मेष राशि (चु चे चो ला लि लु ले लो अ)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
अग्नि तत्त्व की इस राशि का स्वामी मंगल है। यह राशि पूरी तरह से मंगल के शुभाशुभ गुणों और अवगुणों से प्रभावित होती है। हालांकि वृश्चिक राशि भी मंगल के ही अधीन है। लेकिन इस राशि पर मंगल के अशुभ प्रभाव कम दिखाई देंगे। वैसे वृश्चिक राशि के लोग जीवन पर्यन्त प्रयास करने पर भी कम ही उन्नति कर पाते हैं। इसके विपरीत मेष राशि के लोग उर्जावान, उर्वर मस्तिष्क के धनी और प्रगतिशील होते हैं।
पहले मैं आपको मेष राशि की स्वभावगत विशेषताओं के बारे में बता देना चाहूंगा। ये लोग जल्दबाज होते हैं। अपनी मनोवृति को प्रकट करने मे जरा भी देर नहीं करेंगे। ये बातों की शुरूआत से ही समक्ष व्यक्ति से उपर रहने का प्रयास करेंगे। अपना मूल्यवान बढा देंगे। लेकिन परिस्थितियांे के साथ ही इनके स्वभाव में मृदुता देखी जा सकती है। अनुशासन के मामले में दृढ प्रकृति के होंगे। वैसे भी इनका परिवार सीमित होता है। सहोदर कम होंगे। जो भी होंगे उनसे इनको कोई विशेष सहयोग नहीं मिल पायेगा। गनीमत हो कि इनको भाइयों या संबंधियों को कोई सहयोग न देना पड़े। संतानों की संख्या भी सीमित ही होगी। लेकिन जो भी संतान होगी वह कालांतर में इन पर ही आश्रित हो जायेगी। प्रायः संतान के संबंध में जीवन भर चिंता बनी रहेगी। संतान के कॅरियर में स्थायित्व का अभाव रहेगा।
स्थायी संपत्तियों के प्रति मेष राशि के लोग लालायित रहते हैं। यदि पृष्ठभूमि सुदृढ हो तो जीवन में बहुत से संपत्तियों के स्वामी होंगे। निर्धन परिवार में पैदा होने के बावजूद जीवन में एक से अधिक स्थायी संपत्ति के मालिक होते ही हैं। जीवन में प्रौढावस्था से पूर्व ही अपने लिए नीजि घर बनाने में अक्सर सफल हो जाते हैं। यह भी देखा जाता है कि मेष राशि के लोग मकान को अलग-अलग हिस्सों में बनवाते हैं। इसके फलस्वरूप भवन में सुन्दरता नहीं आ पाती है।
मेष राशि के लोग स्वास्थ्य की दृष्टि से भाग्यशाली होंगे। आप में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होगी। हालांकि एक उम्र के बाद इनको दिमाग में कोई रोग उत्पन्न हो सकता है। इसके तहत सिर में लगातार दर्द रहना या गंभीर मानसिक परेशानी हो सकती है।
वार्षिक राशिफल
वर्ष के शुरूआती महिनों की बात की जाए तो गोचर संचार आपके लिए बहुत बेहतर नहीं कहा जाना चाहिए। सुयोग की संभावना कम ही रहेगी और न चाहते हुए भी अनेक संकटों को निमंत्रण दे बैठेंगे। विबाधा और धन हानि की आशंका बनी है और ले-देकर काम निकालने की प्रवृत्ति आप पर हावि रहेगी। हालांकि मित्रों और परिचितों से सहयोग की आशा रखी जा सकती है तथापि सफलता का प्रतिशत कम ही रहेगा।
होली के उपरान्त अचानक परेशानियों में वृद्धि दिखाई देती है। स्थान परिवर्तन हो सकता है। जो लोग सरकारी कर्मचारी हैं उन्हें अपने उच्चाधिकारियों को संतुष्ट और प्रसन्न रख पाना कठिन होगा। इसलिए वर्ष भर बहुत ही सावधानी और बुद्धिचातुर्य से आगे बढे। इससे आपको कई तरह की परेशानियों से निजात मिल पानी संभव हो सकेगी। जिन लोगों के जन्मांग चक्र में पहले से खोटे ग्रहों की दशाएं गतिशील हैं उन्हें चाहिए कि वे अपने इष्ट पर भरोसा रखते हुए अपने सत्कर्म जारी रखें। संकटों के बादलों को शीघ्र ही अंत होकर नये सूर्य का उदय होगा।
आपके राशि स्वामी मंगल का गोचर भी वर्ष पर्यन्त विपरीत ही दिखाई देता है। इसलिए फूंक-फंूक कर कदम बढाएं। धन के मामलों में दूसरों पर जरूरत से ज्यादा भरोसा करने की आदत में सुधार करें।
शनि आपकी राशि से अक्टूबर तक सातवें भाव में बना रहेगा। सातवे भाव का शनि नाभि के नीचे के अंगों में रोग उत्पन्न करता है। जीवन साथी के स्वास्थ्य के संबंध में चिन्ता बनी रहेगी। दीपावली के आस-पास विशेष सावधानी रखे जाने की आवश्यकता है। मान-सम्मान में कमी का अनुभव होगा। लोगों का आपके प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण बढा-चढा रहेगा। सभी प्रकार की प्रतिकूल स्थिति से बचने के लिए निम्न मंत्र की एक माला प्रतिदिन जपें।
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः
राहु आपकी राशि से वर्ष भर सातवां और उपरान्त छठा बना रहेगा। यह इस बात का संकेत कि वर्ष भर व्यापार में अचानक कुछ-कुछ लाभ होने की संभावना बनी रहेगी। नये स्रोतों से धन प्राप्ति की आशा भी रखी जा सकती है।
रोमांस एवं संबंध
जून से पहले तक आपको स्थायी संबंधों की अहमियत को समझना चाहिए। इस समय आपने जो रूख विद्यमान कर रखा है वह कहीं से भी प्रेम जैसे नाजुक मौकों के लिए उपयुक्त दिखाई नहीं देता है। एक साधारण मनुष्य भी परिस्थितियों को समझने का प्रयास करता है। इसलिए इस वर्ष आपको चाहिए कि आप स्थिरता की तरफ लौटें।
रोमांस में सफलता की संभावना कम ही है। प्रयास ज्यादा करने होंगे और सफलता कम प्राप्त होगी। इसके साथ ही आपको यह भी हमेशा याद रखना चाहिए कि रोमांस में जिद्द की कोई अहमियत नहीं होती है। यह बहुत नाजुक मामला है। यहां एक बात महत्वपूर्ण है कि आपके लिए होली तक का ही समय है उसके बाद जैसा आप सोचेंगे वैसा हो पाना संभव नहीं होगा। आपके पार्टनर की सोच आपसे बहुत अलग होगी। इससे स्थायी संबंधों में बाधा संभव है।
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वृषभ राशि (इ उ ए ओ व वि वु वे वो )
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
वृषभ एक स्थिर राशि है। वृषभ राशि के लोगों का शरीर बलिष्ट और गठीला होगा। इस राशि के जातकों को के स्वभाव में स्थिरता बनी रहेगी। यदि किसी एक काम में जुट जाएं तो उसे लगातार करते हैं। इसलिए वृषभ राशि के जातकों को हमेशा किसी स्थिर प्रकृति के कार्योें में ही स्वयं को लगाना चाहिए।
वृषभ राशि के लोग चेहरे पर हमेशा एक गंळभीरता काचैला रखेंगे। सहनशक्ति इतनी ज्यादा होगी कि बहुत दिनों तक नकारात्मक समय के बावजूद भी ये संघर्षरत रह सकेंगे। लोगों की प्रतिक्रियाओं का जवाब देने के लिए माकूल वक्त की प्रतिक्षा करेंगे। इसके बावजूद भी इनकी प्रतिक्रिया कोई विध्वंसात्मक नहीं होगी। समय के साथ ये पुरानी बातों को भूल कर नए संबंधों को विकसित करने में विश्वास रखते हैं।
वृषभ राशि के लोगों की एक बड़ी विशेषता यह भी होती है कि ये समय के साथ स्वयं का परिवर्तन कर पाने में सफल रहते हैं। लोगों की धारणा के विरूद्ध ये अपने हितों के लिए स्वभाव और अपने दृष्टिकोण में आमूलचूल परिवर्तन करने में नहीं हिचकेंगे। हालांकि इस गुण के कारण ज्यादातर लोग इनको स्वार्थी समझने की भूल कर सकते हैं। वास्तव में ये अपने स्वार्थ के लिए दूसरों का अहित नहीं करेंगे। परन्तु इनमें परमार्थ की भी उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
वृषभ राशि के लोगों को जीवन में एक से अधिक बार विवादों का सामना करना होता है। प्रायः विवाद लम्बे समय तक चलते हैं। जिससे इनको आर्थिक और मानसिक दोनों तरह से नुक्सान उठाना पड़ता है।
वार्षिक राशिफल
आपके लिए वर्ष 2014 नये अनुभव देने वाला होगा। कम परिश्रम से अधिक सफलता के योग बन रहे हैं। इस संबंध में वर्ष का पूर्वार्द्ध (अगस्त तक) विशेष अनुकूल दिखाई देता है। किसी नये कार्य की शुरूआत हो सकती है। संभव है कि कोई रिश्तदार या परिचित आपको आगे बढने का कोई अवसर प्रदान करे। जिस तरह से पिछले वर्षों में आपके देखा है यह वर्ष उनसे बहुत पृथक होगा। लोगों में आपके प्रति विश्वास में इजाफा होगा। सामाजिक स्तर पर मान-सम्मान प्राप्ति के योग भी हैं।
अनुकूल ग्रहों के कारण आमोद-प्रमोद का वातावरण बना रहेगा। यदि आपकी जन्मकुण्डली में योगकारी ग्रहों की दशा है तो पिछले वर्षाें की दरिद्रता, निर्बलता और विफलता का दौर अब समाप्ति की ओर है। एक नये सूर्य का उदय होगा। आपकी ख्याति का परचम लहरायेगा।
शनि आपकी राशि से छट्ठे स्थान पर है। यह आपको भूमि और भवन का लाभ दे सकता है। जो लोग कृषक हैं उनकों भूमि की उपज का विशेष मूल्य प्राप्त होगा।
संतान के कॅरियर के बारे में भी कोई ठोस निर्णय हो सकता है। तीर्थ स्थानों की यात्रा और दान-दक्षिणा के भी कुछ अवसर प्राप्त होंगे।
अक्टूबर-नवम्बर के महिनों में परिवार में कुछ तनाव की स्थिति बन सकती है। विशेष रूप से भाइयों में परस्पर मतभेद और आरोप-प्रत्यारोप की आशंका है। इससे अनावश्यक रूप से मानसिक परेशानी रहेगी। कार्यों में अचानक बाधा उत्पन्न हो सकती है। इन सब के उपाय हेतु आपको प्रत्येक मंगलवार को दान-पुण्य और जीवहित करना समीचीन होगा। इससे आप काफी कुछ राहत का अनुभव करेंगे।
ज्ञातव्य है कि वर्ष के अंतिम तीन माह विशेष रूप से कष्टदायी हैं।
मेष राशि (चु चे चो ला लि लु ले लो अ)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
अग्नि तत्त्व की इस राशि का स्वामी मंगल है। यह राशि पूरी तरह से मंगल के शुभाशुभ गुणों और अवगुणों से प्रभावित होती है। हालांकि वृश्चिक राशि भी मंगल के ही अधीन है। लेकिन इस राशि पर मंगल के अशुभ प्रभाव कम दिखाई देंगे। वैसे वृश्चिक राशि के लोग जीवन पर्यन्त प्रयास करने पर भी कम ही उन्नति कर पाते हैं। इसके विपरीत मेष राशि के लोग उर्जावान, उर्वर मस्तिष्क के धनी और प्रगतिशील होते हैं।
पहले मैं आपको मेष राशि की स्वभावगत विशेषताओं के बारे में बता देना चाहूंगा। ये लोग जल्दबाज होते हैं। अपनी मनोवृति को प्रकट करने मे जरा भी देर नहीं करेंगे। ये बातों की शुरूआत से ही समक्ष व्यक्ति से उपर रहने का प्रयास करेंगे। अपना मूल्यवान बढा देंगे। लेकिन परिस्थितियांे के साथ ही इनके स्वभाव में मृदुता देखी जा सकती है। अनुशासन के मामले में दृढ प्रकृति के होंगे। वैसे भी इनका परिवार सीमित होता है। सहोदर कम होंगे। जो भी होंगे उनसे इनको कोई विशेष सहयोग नहीं मिल पायेगा। गनीमत हो कि इनको भाइयों या संबंधियों को कोई सहयोग न देना पड़े। संतानों की संख्या भी सीमित ही होगी। लेकिन जो भी संतान होगी वह कालांतर में इन पर ही आश्रित हो जायेगी। प्रायः संतान के संबंध में जीवन भर चिंता बनी रहेगी। संतान के कॅरियर में स्थायित्व का अभाव रहेगा।
स्थायी संपत्तियों के प्रति मेष राशि के लोग लालायित रहते हैं। यदि पृष्ठभूमि सुदृढ हो तो जीवन में बहुत से संपत्तियों के स्वामी होंगे। निर्धन परिवार में पैदा होने के बावजूद जीवन में एक से अधिक स्थायी संपत्ति के मालिक होते ही हैं। जीवन में प्रौढावस्था से पूर्व ही अपने लिए नीजि घर बनाने में अक्सर सफल हो जाते हैं। यह भी देखा जाता है कि मेष राशि के लोग मकान को अलग-अलग हिस्सों में बनवाते हैं। इसके फलस्वरूप भवन में सुन्दरता नहीं आ पाती है।
मेष राशि के लोग स्वास्थ्य की दृष्टि से भाग्यशाली होंगे। आप में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होगी। हालांकि एक उम्र के बाद इनको दिमाग में कोई रोग उत्पन्न हो सकता है। इसके तहत सिर में लगातार दर्द रहना या गंभीर मानसिक परेशानी हो सकती है।
वार्षिक राशिफल
वर्ष के शुरूआती महिनों की बात की जाए तो गोचर संचार आपके लिए बहुत बेहतर नहीं कहा जाना चाहिए। सुयोग की संभावना कम ही रहेगी और न चाहते हुए भी अनेक संकटों को निमंत्रण दे बैठेंगे। विबाधा और धन हानि की आशंका बनी है और ले-देकर काम निकालने की प्रवृत्ति आप पर हावि रहेगी। हालांकि मित्रों और परिचितों से सहयोग की आशा रखी जा सकती है तथापि सफलता का प्रतिशत कम ही रहेगा।
होली के उपरान्त अचानक परेशानियों में वृद्धि दिखाई देती है। स्थान परिवर्तन हो सकता है। जो लोग सरकारी कर्मचारी हैं उन्हें अपने उच्चाधिकारियों को संतुष्ट और प्रसन्न रख पाना कठिन होगा। इसलिए वर्ष भर बहुत ही सावधानी और बुद्धिचातुर्य से आगे बढे। इससे आपको कई तरह की परेशानियों से निजात मिल पानी संभव हो सकेगी। जिन लोगों के जन्मांग चक्र में पहले से खोटे ग्रहों की दशाएं गतिशील हैं उन्हें चाहिए कि वे अपने इष्ट पर भरोसा रखते हुए अपने सत्कर्म जारी रखें। संकटों के बादलों को शीघ्र ही अंत होकर नये सूर्य का उदय होगा।
आपके राशि स्वामी मंगल का गोचर भी वर्ष पर्यन्त विपरीत ही दिखाई देता है। इसलिए फूंक-फंूक कर कदम बढाएं। धन के मामलों में दूसरों पर जरूरत से ज्यादा भरोसा करने की आदत में सुधार करें।
शनि आपकी राशि से अक्टूबर तक सातवें भाव में बना रहेगा। सातवे भाव का शनि नाभि के नीचे के अंगों में रोग उत्पन्न करता है। जीवन साथी के स्वास्थ्य के संबंध में चिन्ता बनी रहेगी। दीपावली के आस-पास विशेष सावधानी रखे जाने की आवश्यकता है। मान-सम्मान में कमी का अनुभव होगा। लोगों का आपके प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण बढा-चढा रहेगा। सभी प्रकार की प्रतिकूल स्थिति से बचने के लिए निम्न मंत्र की एक माला प्रतिदिन जपें।
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः
राहु आपकी राशि से वर्ष भर सातवां और उपरान्त छठा बना रहेगा। यह इस बात का संकेत कि वर्ष भर व्यापार में अचानक कुछ-कुछ लाभ होने की संभावना बनी रहेगी। नये स्रोतों से धन प्राप्ति की आशा भी रखी जा सकती है।
रोमांस एवं संबंध
जून से पहले तक आपको स्थायी संबंधों की अहमियत को समझना चाहिए। इस समय आपने जो रूख विद्यमान कर रखा है वह कहीं से भी प्रेम जैसे नाजुक मौकों के लिए उपयुक्त दिखाई नहीं देता है। एक साधारण मनुष्य भी परिस्थितियों को समझने का प्रयास करता है। इसलिए इस वर्ष आपको चाहिए कि आप स्थिरता की तरफ लौटें।
रोमांस में सफलता की संभावना कम ही है। प्रयास ज्यादा करने होंगे और सफलता कम प्राप्त होगी। इसके साथ ही आपको यह भी हमेशा याद रखना चाहिए कि रोमांस में जिद्द की कोई अहमियत नहीं होती है। यह बहुत नाजुक मामला है। यहां एक बात महत्वपूर्ण है कि आपके लिए होली तक का ही समय है उसके बाद जैसा आप सोचेंगे वैसा हो पाना संभव नहीं होगा। आपके पार्टनर की सोच आपसे बहुत अलग होगी। इससे स्थायी संबंधों में बाधा संभव है।
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वृषभ राशि (इ उ ए ओ व वि वु वे वो )
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
वृषभ एक स्थिर राशि है। वृषभ राशि के लोगों का शरीर बलिष्ट और गठीला होगा। इस राशि के जातकों को के स्वभाव में स्थिरता बनी रहेगी। यदि किसी एक काम में जुट जाएं तो उसे लगातार करते हैं। इसलिए वृषभ राशि के जातकों को हमेशा किसी स्थिर प्रकृति के कार्योें में ही स्वयं को लगाना चाहिए।
वृषभ राशि के लोग चेहरे पर हमेशा एक गंळभीरता काचैला रखेंगे। सहनशक्ति इतनी ज्यादा होगी कि बहुत दिनों तक नकारात्मक समय के बावजूद भी ये संघर्षरत रह सकेंगे। लोगों की प्रतिक्रियाओं का जवाब देने के लिए माकूल वक्त की प्रतिक्षा करेंगे। इसके बावजूद भी इनकी प्रतिक्रिया कोई विध्वंसात्मक नहीं होगी। समय के साथ ये पुरानी बातों को भूल कर नए संबंधों को विकसित करने में विश्वास रखते हैं।
वृषभ राशि के लोगों की एक बड़ी विशेषता यह भी होती है कि ये समय के साथ स्वयं का परिवर्तन कर पाने में सफल रहते हैं। लोगों की धारणा के विरूद्ध ये अपने हितों के लिए स्वभाव और अपने दृष्टिकोण में आमूलचूल परिवर्तन करने में नहीं हिचकेंगे। हालांकि इस गुण के कारण ज्यादातर लोग इनको स्वार्थी समझने की भूल कर सकते हैं। वास्तव में ये अपने स्वार्थ के लिए दूसरों का अहित नहीं करेंगे। परन्तु इनमें परमार्थ की भी उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।
वृषभ राशि के लोगों को जीवन में एक से अधिक बार विवादों का सामना करना होता है। प्रायः विवाद लम्बे समय तक चलते हैं। जिससे इनको आर्थिक और मानसिक दोनों तरह से नुक्सान उठाना पड़ता है।
वार्षिक राशिफल
आपके लिए वर्ष 2014 नये अनुभव देने वाला होगा। कम परिश्रम से अधिक सफलता के योग बन रहे हैं। इस संबंध में वर्ष का पूर्वार्द्ध (अगस्त तक) विशेष अनुकूल दिखाई देता है। किसी नये कार्य की शुरूआत हो सकती है। संभव है कि कोई रिश्तदार या परिचित आपको आगे बढने का कोई अवसर प्रदान करे। जिस तरह से पिछले वर्षों में आपके देखा है यह वर्ष उनसे बहुत पृथक होगा। लोगों में आपके प्रति विश्वास में इजाफा होगा। सामाजिक स्तर पर मान-सम्मान प्राप्ति के योग भी हैं।
अनुकूल ग्रहों के कारण आमोद-प्रमोद का वातावरण बना रहेगा। यदि आपकी जन्मकुण्डली में योगकारी ग्रहों की दशा है तो पिछले वर्षाें की दरिद्रता, निर्बलता और विफलता का दौर अब समाप्ति की ओर है। एक नये सूर्य का उदय होगा। आपकी ख्याति का परचम लहरायेगा।
शनि आपकी राशि से छट्ठे स्थान पर है। यह आपको भूमि और भवन का लाभ दे सकता है। जो लोग कृषक हैं उनकों भूमि की उपज का विशेष मूल्य प्राप्त होगा।
संतान के कॅरियर के बारे में भी कोई ठोस निर्णय हो सकता है। तीर्थ स्थानों की यात्रा और दान-दक्षिणा के भी कुछ अवसर प्राप्त होंगे।
अक्टूबर-नवम्बर के महिनों में परिवार में कुछ तनाव की स्थिति बन सकती है। विशेष रूप से भाइयों में परस्पर मतभेद और आरोप-प्रत्यारोप की आशंका है। इससे अनावश्यक रूप से मानसिक परेशानी रहेगी। कार्यों में अचानक बाधा उत्पन्न हो सकती है। इन सब के उपाय हेतु आपको प्रत्येक मंगलवार को दान-पुण्य और जीवहित करना समीचीन होगा। इससे आप काफी कुछ राहत का अनुभव करेंगे।
ज्ञातव्य है कि वर्ष के अंतिम तीन माह विशेष रूप से कष्टदायी हैं।
रोमांस एवं संबंध
अविवाहितों के संबंधों की चर्चा होगी। विवाह की संभावना भी बन सकती है। इस बारे में आपको अपने प्रयासों में तेजी लानी चाहिए। अनुकूल माहौल का निर्माण होगा। ज्यादा महत्वपूर्ण तो यह है कि आप रोमांस आदि के चक्कर में न जाकर स्थायी संबंधों के लिए एक जीवन साथी के बारे में सोचें। क्योंकि गोचर ग्रहों के अनुसार इस वर्ष आपका कुटुम्ब बढने के योग बन रहे हैं। जो लोग विवाह के लिए प्रयासरत हैं उनके लिए यह वर्ष सुनहरा मौका है। उन्हें अपने प्रयासों में तेजी लानी चहिए। संभव है कि वर्ष के मध्य से पूर्व ही सफलता मिल जाए। यदि आप शादीशुदा हैं तो याद रखें कि आपकी जातीय जिन्दगी में आपके जीवन साथी की बेहतरीन भूमिका हो सकती है, बेशर्ते यदि आप ऐसा चाहे तों। अब आपका सामाजिक जीवन ज्यादा विस्तृत हो रहा है। लोग आपके आचरण का अनुशरण करेंगे।
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मिथुन राशि (क कि कु घ ड़ छ के को ह)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
आपकी राशि का स्वामी बुध है। मूल रूप से मिथुन राशि के लोग बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। जीवन में एक से अधिक कार्यों में कम या ज्यादा सफल रहते हैं। समाज में इनकी छवि एक जागरूक और पूरी तरह से फिट हो जाने वाले की होगी। ये लोग बहुत व्यवहारिक होंगे। लेकिन अपना स्वार्थ सर्वोपरि रखेंगे। बलिदान या भावनाओं का इनके जीवन में कोई विशेष महत्व नहीं होगा। दूसरों के सामने हमेशा स्वयं को सिद्ध करने का प्रयास करेंगे। मिथुन राशि के लोग अपनी विसंगती के कारण बहुत सी अनैतिक आदतों का शिकार हो जाया करते हैं। यदि सावधानी न रखें और समय पर मागदर्शन न मिले तो ये पथभ्रष्ट होकर बुरे आदमी की छवि भी बना सकते हैं।
आप भाग्यशाली होंगे और आपको विरासत में कुछ न कुछ अवश्य ही प्राप्त होगा। यदि ऐसा नहीं भी हो तो भी ये जीवन में कम परिश्रम से ज्यादा प्राप्त कर सकते हैं। यदि ये लोग पूरी रचनात्मक और परिश्रम से कार्य करें तो जीवन में काफी कुछ प्राप्त कर सकते हैं।
मिथुन राशि के जातकों में विपरीत परिस्थितियों में खुश रहने के गुण विद्यमान हांेगे। आप हमेशा शान्तचित्त होकर व्यवहार करेंगे। जिससे आप बहुत सी कमजोरियों को छुपा पाने में सफल होंगे।
मिथुन राशि या लग्न के लोगों को सबसे अच्छी सलाह यही दी जानी चाहिए कि उनको हमेशा एक ही कार्य या व्यवसाय में अपना भाग्य आजमाना चाहिए। यही एक तरीका है जो उनको जीवन में सफल बना सकता है।
वार्षिक राशिफल
हालांकि वर्ष का आरम्भ तो जनवरी से ही होगा लेकिन आपके लिए नये वर्ष का आगाज अप्रैल-मई से होगा। इसके बाद ही आपको अनुभव होगा कि जीवन में कुछ नया हो रहा है। उन्नति के नये द्वार खुलेंगे। किसी धर्म स्थान की यात्रा हो सकती है। रूपयों कि गति निर्बाध होगी। और परिवार में किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। पांचवें स्थान का राहु आपको यदा-कदा अचानक लाभ भी देता रहेगा।
वर्ष के शुरूआती महिनों में कुछ तनाव की स्थिति बन सकती है। परिजन आपको कर्तव्य याद दिलाते रहेंगे लेकिन आपके अधिकारों की अनदेखी की जायेगी। इसलिए वर्ष के आरम्भ से ही आपको योजनाबद्ध कार्य करना चाहिए। जिससे आपके हित सुरक्षित रह सकें। यदि समस्याएं तीव्र रूप धारण करे तो किसी ग्रहण काल में या बुधवार को संध्या के समय निम्न मंत्र की एक माला का जाप करना समीचीन होगा।
ऊँ भ्रां भ्रीं भौं सः राहवे नमः
व्यापारिक दृष्टि से होली तक समय कुछ कड़वा दिखाई देता है। लेकिन इसके उपरान्त शनै-शनै आप प्रगति को अग्रसर होंगे। यह वर्ष आपके स्थान परिवर्तन का योग भी बना रहा है। नौकरी पेशा लोगों का स्थानांतरण संभावित है। इनकी रिपोर्ट अच्छी नहीं होगी। उच्चाधिकारियों से मतभेद रहेंगे और स्थान परिवर्तन भी आपकी इच्छा अनुसार नहीं हो पायेगा। आपकी सलाह और विचारों को आपके मित्र और परिचित महत्व नहीं देंगे। अकारण ही आपका विरोध होगा। व्यापारी वर्ग के लिए घर में अलगाव या व्यापार की प्रकृति में आमूलचूल परिवर्तन की आशंका बनी रहेगी। जो लोग अभी तक अपने व्यवसाय में सफल नहीं हो पायें हैं। उन्हें इस वर्ष अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि को बनाए रखने के लिए संघर्ष करना होगा। लेकिन जो अभी तक अधर-झूल में हैं उन्हें सायद अपना व्यवसाय बदलना या फिर बंद करना पड़े।
स्वास्थ्य के संदर्भ में जनवरी का महीना कष्टदायी है। संक्रमण से बचने क प्रयास करें। अपच और गैस की शिकायत हो सकती है।
रोमांस एवं संबंध
रोमांस के मामले में यह वर्ष आपको अनुकूल रह सकता है। अवरोधक सहज बन जायंेगे। और जो लोग संबंधों में बाधा बनते आ रहे थे व ही अब आपको सहयोग देंगे। संपर्कों में श्रीवृद्धि के अनेक अवसर प्राप्त होंगे। संभव है इस वर्ष विवाह जैसे किसी स्थाई संबंध से आपका जीवन मंगलमय हो। वैसे इस वर्ष आपके परिवार में मांगलिक और नवनिर्माण के कुछ योग बन रहे हैं। अतः पूरी संभावना है कि आपके कुटुम्ब में वृद्धि हो। किसी रचनात्मक परिणाम के लिए अपनी बौद्धिक क्षमता को और ज्यादा विकसित करें। साथ ही शारीरिक डील-डौल में आकर्षण पैदा करें।
जनवरी-फरवरी और जुलाई-अगस्त के माह रोमांस के और प्रेम-संबंधों के लिए उपयुक्त दिखाई देते हैं।
कर्क राशि (हि हु हे हो ड डि डु डे डो)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
कर्क राशि एक पूर्ण जलीय राशि है। इसका स्वामी ग्रह चन्द्रमा है। चन्द्रमा स्वयं एक जलीय ग्रह है। इसके कारण कर्क राशि के लोग प्रायः सुन्दर होंगे। इनका रंग-रूप अपने निकट के परिजनों की तुलना में साफ और चमकदार होगा। शरीर स्थूल होगा।
कर्क राशि के जातकों के जीवन में हमेशा उतार-चढाव आते हैं। इसकी वजह सायद यह होगी कि इनकी जीवन शैली में पूर्ण स्थिरता नहीं होगी। ये बहुत कम अपने विचारों पर स्थिर रह पायंेगे। बुरी और अच्छी आदतों की तरफ बहुत शीघ्रता से आकर्षित होंगे। अपने कार्याें के प्रति आपका नजरिया आसानी से बदल जायेगा। काम को हमेशा बढा-चढा कर आरम्भ किया जायेगा, लेकिन कार्य को हमेशा स्थापित नहीं रख पायंेगे। इस लिए कर्क राशि के जातकों को हमेशा मौसमी कार्य ही करने चाहिए। अपने स्वभाव की मृदुता के कारण ये किसी पर आसानी से नाराज नहीं होंगे। इनका मन हमेशा चंचल रहेगा। यदि किसी से विवाद होता भी है तो ये उसे शीघ्र ही विस्मृत कर देंगे। इनकी शत्रुता लम्बी नहीं होगी। वैसे भी इनके शत्रु बहुत कम होंगे। कर्क राशि के लोग हमेशा ख्याली पुलाव पकायंेगे। कार्य का आरम्भ करने से पूर्व बड़ी योजनाओं पर कार्य करेंगे। कल्पनाओं में में रहेंगे और कल्पनाओं में ही स्वयं को सर्वगुण संपन्न समझेंगे। लेकिन वास्तविकता का सामना होने पर स्वयं को निराशा की अंधेरी कोठरी में पायंेगे। कर्क राशि के लोग तमाम दोषों के बावजूद सफल होते देखे गये हैं। हालांकि ऐसा कुछ समय के उपरान्त ही होगा। यदि इनको पसन्द और योग्यता के अनुसार काम मिले तो ये शीघ्रता से सफल हो सकते हैं। विशेष रूप से गतिशील कार्यों में सफलता प्राप्त करते हैं।
वार्षिक राशिफल
यदि गोचर ग्रहों की स्थूल गणना की जाए तो यह वर्ष आपके लिए पिछले वर्षों की तुलना में ज्यादा कष्टदायी और बदलाव वाला कहा जायेगा। यदि जन्म कुण्डली में विंशोत्तरी दशा अनुकूल नहीं है तो राम-राम करके किसी प्रकार से यह वर्ष सुखपूर्वक व्यतीत कर दें तो यह आपके लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं होगा। क्यांेकि गोचर ग्रहों की चाल रक्षा-बंधन तक बहुत प्रतिकूल दिखाई देती है।
व्यापारी वर्ग के लिए स्थायित्व का अभाव रहेगा। व्यापार या नौकरी में उतार-चढाव की स्थिति बनती रहेगी। जो लोग अब तक बेरोजगार हैं वे वर्ष भर इधर-उधर भटक कर अपना समय नष्ट करेंगे। लेकिन किसी कारगर या स्थायि रोजगार की संभावना कम है। बुद्धिभ्रम की स्थिति बनी रहेगी। कभी यह काम ठीक लगेगा तो कभी दूसरा।
वर्ष भर व्यय अधिक होगा। अनावश्यक यात्राओं से स्वयं को परेशान अनुभव करेंगे। ले-देकर काम निकालने के आपके प्रयास सफल नहीं होंगे। स्थायी उपाय के लिए ग्रहों के यंत्र धारण करने चाहिए। शनि और राहु के दान देने से भी काफी कुछ राहत मिल जाने की उम्मीद रखी जा सकती है।
जून-जुलाई के उपरान्त यदा-कदा आकस्मिक लाभ होता रहेगा। लोगों की धारणा में आपके प्रति सकारात्मक बदलाव दिखाई देंगे। व्यापार में आप काफी समय से परिवर्तन के बारे में विचार कर रहे हैं। लेकिन उसके क्रियान्वयन का अभी ठीक समय नहीं आया है। फिर भी मैं आपको सलाह दूंगा कि यदि ऐसा करना बहुत आवश्यक हो तो इस वर्ष दीपावली के उपरान्त ही करें। इससे पहले जरूरी होमवर्क किया जा सकता है। क्योंकि बहुत सारे ग्रह आपके लिए परेशानियां पैदा करने की कोशिश में हैं। अतः देखें, इंतजार करें और तब फैसला लें। जिससे विफलता की तमाम आशंकाएं मिट सकें।
स्वास्थ्य के संदर्भ में बात करें तो आपको वक्ष स्थल से संबंधित कुछ रोग उभर सकते हैं। खांसी जैसी कोई शिकायत वर्ष भर परेशान कर सकती है। शुरूआती माह स्वास्थ्य के संदर्भ में विशेष चिन्तनीय बन पड़े हैं। अतएव सावधानी जरूरी है। इसके बाद अंतिम दो माह स्वास्थ्य के बारे में कोई नयी चिन्ता पैदा करेंगे। मोटे तौर पर देखा जाए तो इस वर्ष आपको स्वास्थ्य के प्रति कोई लापरवाही ठीक नहीं होगी।
रोमांस एवं संबंध
वर्ष के मध्य बृहस्पति आपकी राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद स्थायी संबंधों में आपके लिए एक नये युग का आरम्भ हो सकता है। मेल-मिलाप का मानस बना कर रखें। शायद इस वर्ष आपको स्थाई संबंधों का केाई सुनहरा अवसर प्राप्त हो। स्वभाव में मधुरता को बढाने की कोशिश करें। आखिर यह आपके जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव सिद्ध हो सकता है। क्षणिक और अस्थाई संबंधों को जितनी शीघ्रता से हो सके विराम दें। क्योंकि यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपको स्थायी संबंधों में प्रगति नहीं हो पायेगी। कहीं उड़ न जाए अरमानों के पक्षी और आसमान ताका करें आप।
वैवाहिक संबंधों के मामले में यह वर्ष काफी कुछ सौगाते ला सकता है। जो लोग विवाह के सपने देखते रहें हैं उन्हें कोई शुभ समाचार प्राप्त होगा।
सिंह राशि (म मि मु मे मो ट टि टु टे)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
ंिसंह एक स्थिर राशि है। इसका स्वामी ग्रह सूर्य है। यह एक सम्मान और दृढता की राशि कही जाती है। इस राशि के स्वामी अभिमानी और स्वयं में मस्त रहने वाले होंगे। इनको वे ही लोग पसंद आते हैं जो इनके सुर में सुर मिला कर बात करे। इसलिए सिंह राशि के लोग भौतिक दृष्टि से सफल रहने के बावजूद समाज में बहुत अच्छा स्थान नहीं बना पाते हैं। चुंकि सिंह राशि का स्वामी सूर्य है इस लिए यह कदाचित ही संभव हो पाये कि ये लोग किसी के अधीन रह कर कार्य करे। ये कनिष्ट श्रेणी के कर्मचारी भी हों तो भी अपनी शर्तों पर ही कार्य करते हैं। फलस्वरूप उच्चाधिकारियों से इनकी तनातनी बनी रहती है। हालांकि ये अपनी जगह ठीक होंगे और जो भी कार्य करेंगे उसमें सर्वहित निहित होगा। लेकिन लोग आपके स्वभाव को परखने की भूल करेंगे। जब कि इनके साथ रहने वाले हमेशा लाभ में रहेंगे।
यद्यपि सिंह राशि के लोग अपने काम में पारंगत होंगे। लेकिन लोगों से सही मेलजोल की कमी और कल्पनाशीलता के अभाव के कारण इनके कार्यों में मौलिकता नहीं दिखाई देगी। इनकी जीवन शैली में एक दोष यह भी होगा कि ये स्वयं को समय के साथ नहीं ढाल पायेंगे। इसके कारण इनके शत्रु अधिक होंगे। ऐसा इनके स्वभावगत दोषों के कारण भी हो सकता है। ये कभी भी अच्छे मित्र नहीं सिद्ध होंगे। दूसरों पर अहसान करते हैं लेकिन उसका प्रतिफल भी चाहते हैं। ऐसा नहीं होने पर संबंध समाप्त कर लेते हैं। हालांकि सिंह राशि और वृश्चिक राशि के लोग पूर्णतः सक्षम और क्षमतावान व्यक्ति हांेगे, लेकिन ये अपने आक्रोशपूर्ण स्वभाव के कारण सकारात्मक वातावरण के निर्माण में विफल रहेंगे।
सिंह राशि के लोगों का स्वास्थ्य उत्तम होगा। ये युवावस्था तक तो बहुत ही कम बीमार होंगे। बीमार होने पर शीघ्रता से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर लेते है। इससे रोगग्रस्त होने पर भी इनकी शारीरिक क्षमता प्रभावित नहीं होती है।
वार्षिक राशिफल
सिंह राशि के लिए वर्ष 2014 शुभफलदायी और उन्नतिप्रद है। व्यापारी वर्ग को किसी नये कार्य से लाभ होगा। भूमि प्राप्ति का योग भी बन रहा है। मान-सम्मान बढेगा। समाज में आपकी बातों और योजनाओं को पर्याप्त कवरेज मिलेगा। जो लोग बेरोजगार हैं उन्हें अपना कॅरियर बनाने में बहुत सी सहूलियतें प्राप्त होंगी। इस वर्ष आप जिस किसी व्यापार या नौकरी में संलग्न हैं उसे ही बढाने का प्रयास करें अपने व्यापार या नौकरी की प्रकृति को बदलने का प्रयास नहीं करें। जो लोग सरकारी नौकरी पेशा हैं उन्हें परिस्थितियां देख कर ही कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना चाहिये। हमेशा याद रखें कि जो भी काम करें उसमें जोखिम कम से कम हो। इसके बाद भी कोई ऐसा काम करना भी पड़े तो अपने मित्रों और शुभचिन्तकों की सलाह से ही करें।
यदि जन्मांग चक्र में विंशोत्तरी दशा आपके अनुकूल है तो जीवन में स्थायित्व की प्राप्ति होगी। धन का प्रवाह सुचारू बना रहेगा। जो लोग संतान प्राप्ति के इच्छुक हैं उनको खुशखबरी मिल सकती है।
इस वर्ष आकस्मिक धन प्राप्ति के कुछेक योग दिखाई देते हैं। कुछ लोग स्वयं आपकी सहायता के लिए हाथ बढा सकते हैं।
चैतरफा उन्नति के बावजूद वर्ष के कुछ अंतिम मास बहुत अनुकूल नहीं है। इस दौरान अचानक कुछ समस्याएं उभर सकती हैं। इसमें से कुटुम्ब में अनबन और विचार भिन्नता के कारण अलगाव की स्थिति भी एक है। इससे आपको मानसिक परेशानी एक जटिल समय से गुजरना होगा। अन्ततगत्वा आपका नुकसान हो सकता है।
अंतिम महिनों में शत्रु आपकी छवि को नुकसान पहुंचाने का दुःसाहस कर सकते हैं। जिन लोगों के पास स्वयं का मकान नहीं है उनके लिए स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं।
स्वास्थ्य के मामले में मार्च, अप्रैल, सितम्बर और अक्टूबर के माह विशेष कष्टदायी हैं। लेकिन कोई गंभीर चिन्ता की बात नहीं होनी चाहिए। सामान्य अपच और सर्दी-जुकाम का प्रभाव दृष्टिगोचर हो सकता है।
रोमांस एवं संबंध
प्रेम संबंधों को गति प्राप्त होगी। विवाह-सगाई जैसे स्थायी संबंधों में नयी भूमिका तैयार हो सकती है। इसलिए जो लोग कुंवारे हैं उनको अपने प्रयासों में तेजी दिखाई चाहिए। स्थायी मैत्री के भाव में बृहस्पति की उपस्थिति से समय आपके लिए काफी कुछ अनुकूल है। जैसा चाहेंगे लगभग वैसा ही जीवन साथी मिल सकेगा। लेकिन अपको जल्दी करनी होगी। होली तक का समय इस बारे में काफी कुछ आपके पक्ष में है।
वर्ष के आरम्भ के महिनों में आप रोमांस के मामले में भाग्यशाली सिद्ध हांेगे। आपका साथी आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा। लेकिन आपकी कुछ आदतें आपके प्रेम-संबंधों में बाधा बन सकती है। इसलिए यदि कोई बुरी आदत हैं तो जितना जल्दी हो सके उससे पीछा छुड़ा लें ऐसा करना आपके रोमांटिक जीवन के लिए रामबाण साबित होगा। यदि आप वर्ष के शुरूआती महिनों में सफल नहीं हुए तो बाद में आपको अतिरिक्त कोशिशें करनी होगी और तब संबंधों में प्रगाढता लाने में पूरा वर्ष ही खर्च हो जायेगा।
कन्या राशि (टा प पि पू प ण ठ प पा)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
कन्या राशि का स्वामी बुध है। और यह एक द्विस्वभाव राशि है। इस राशि के लोग अपने विचारों पर स्थिर नहीं रह पाते हैं। इसके बावजूद कन्या राशि के लोगों को बहुत ही धैर्यवान और सहनशील माना जाता है। लेकिन समय के चक्र के कारण इनको अपने विचारों और व्यवसाय में परिवर्तन करना होता है। ये सफलता की उम्मीद पर वर्षों प्रयासरत रह सकते हैं। लेकिन यह जरूरी नहीं कि ये सफल हों ही। अन्ततः इनको अपनी जीवन शैली में पविर्तन करना होता है।
कन्या राशि के लोग जानकारियां प्राप्त करने में पूरी रूचि दिखाते हैं। इनकी स्मरण शक्ति अच्छी होगी। जिससे ये काफी कुछ अपने मस्तिष्क में सुरक्षित रख पाते हैं। जो भी नई जानकारियां हासिल करेंगे उसे प्रायः भूलंेगे नहीं। वैसे कन्या राशि के लोग भाषण कला में भी प्रवीण होंगे। ये किसी भी स्थिति में अपने विचारों को पृकट करने का अवसर नहीं गवायेंगे। यह बुध का ही चमत्कार है। बहुत से लोग इनकी इस आदत को नापसंद करते हैं। आर्थिक दृष्टि से कन्या राशि के लोगों को सफलता कुछ देर से प्राप्त होगी। आमतौर पर युवावस्था के बाद ही सफल होते देखे जाते हैं। मैंने यह भी देखा है कि कन्या राशि के लोग अपनी योग्यता की तुलना में उतना सफल नहीं हो पाते हैं जितने कि होने चाहिए।
जैसा कि मैं लिख चुका हूं कि कन्या राशि के लोग नम्र स्वभाव के व्यक्ति होंगे। इनको आसानी से क्रोध नहीं आयेगा। ये गंभीर स्थिति को भी अपनी खुश-मिजाज प्रवृति के कारण अनुकूल बना लेते हैं। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि कन्या राशि के लोगों की सहृदयता का लोग बेजा फायदा उठाते हैं। इस लिए जातकों को यह सलाह दी जाती है कि वे अपनी बातों में गंभीरता का समावेश करें। और किसी भी स्थिति को हल्के ढंग से नहीं लें।
वार्षिक राशिफल
कन्या राशि वालों को यह वर्ष कई तरह की नई सौगाते देगा। आपको साढेसाती का अंतिम दौर है। शनि अक्टूबर 2014 में वृश्चिक राशि में प्रवेश कर रहे हैं। लेकिन आपको होली के तुरन्त बाद सुखद अनुभव होने लगेंगे। लोगों के बीच आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। बुरे वक्त को आप शीघ्रता से भूल जायेंगे। इस वर्ष आपको पिछले वर्षों से चली आ रही परेशानियों से काफी हद तक छुटकारा मिल सकेगा। ऋण की समस्या के निपटारे की किसी योजना पर काम हो सकता है। हालांकि ज्यादा संभावना इस बात की है कि एक बड़ा ऋण छोटे-छोटे बहुत से ऋणों का खात्मा कर मानसिक परेशानी से कुछ राहत का अनुभव करवा सकता है। खास बात तो यह होगी कि आपके सामाजिक और राजनीतिक संबंधों में तेजी से वृद्धि होगी। और लोगों की धारणाओं में आपके प्रति सकारात्मक बदलाव देखने में आयेगा। इस वर्ष परिवार में कोई मांगलिक काय्र संपन्न हो सकता । जिन लोगो किा संतान की इच्छा है याज जपुत्र प्राप्ति के आकांक्षी हैं उन्हें इस वष्र कोई शुभ समाचार मिल जाने की संभावना बन रही है।
हालांकि होली के बाद तक का एक माह कुछ कड़वा दिखाई देता है क्योंकि दूसरा राहु और दसवें भाव में विराजित बृहस्पति महाराज आपको कुछ मानसिक परेशानी से साथ थोड़ी धन हानि भी देंगे। ऋण लेने की आवश्यकता हो सकती है। परिजनों से आपके मतभेद उग्र रूप धारण कर सकते हैं। आपके अधिकारों में हस्तक्षेप हो सकता है। अतएव सावधानी रखी जानी जरूरी है। यद्यपि ऐसा कोई योग नहीं है जिससे कि आपको कोई दूरगामी नुकसान हो सके। इन क्षणिक समस्याओं से आप शीघ्रता से मुक्ति पाने में कामयाब हो सकेंगे।
भूमि और भवन प्राप्ति का योग भी बहुत शक्तिशाली है। भूमि की खरीद-फरोख्त करने वालों को अच्छी सफलता मिल सकती है। यद्यपि वर्ष के अंतिम छः मासों में लाभ के अधिक अवसर प्राप्त होगे।
जो लोग राजनीति या समाज सेवा में संलग्न हैं उनको सामाजिक स्तर पर मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। धार्मिक कार्यों और दानादि में धन का व्यय हो सकता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से अक्टूबर-नवम्बर के महिने कुछ कष्टदायी हैं। जुलाई के बाद जीवन साथी को शारीरिक कष्ट हो सकता है।
रोमांस एवं संबंध
स्थायी संबंधों जैसे विवाह या साझेदारी में यह वर्ष काफी कुछ बेहतर कहा जाना चाहिए। जो लोग कुंवारे हैं उनको प्रयास तेज करने चाहिए। यदि सब कुछ ठीक रहा तो वर्षा ऋतु के आते-आते शुभ समाचारों की प्राप्ति संभावित है।
प्रेम-संबंधों पर भरोसा रखने वालों को आसानी से सफलता मिल जाने की उम्मीद है। संबंधों में नयी उर्जा का संचार होगा। लेकिन जुलाई के बाद आप अब तक जिस साथी से संपर्क में थे उसके स्वभाव और व्यवहार में कुछ बदलाव दिखाई देंगे। हालांकि चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि वर्ष के अंत तक कुछ नए संबंध स्वतः ही आपको आमन्त्रित करेंगे।
तुला राशि (र रि रू रे रो त ति तु ते)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
तुला श्रेष्ठ राशियों में से एक है। इसका स्वामी ग्रह शुक्र है। यह एक वायु तत्त्व प्रधान राशि है। इसका प्रतीक चिह्न तुला है और यह न्याय और निष्पक्षता की राशि कही जाती है। हालांकि मैं इसे न्याय की बजाय समरूपता की राशि अधिक समझता हूं। इस संसार के बहुत से श्रेष्ठ लोगों ने इस राशि में जन्म लिया है।
तुला राशि को कला और सौन्दर्य की राशि भी कहा जाता है। तुला राशि से पूर्ण रूप से प्रभावित लोग कला, संगीत, यौन विषयों और किसी नशे के शौकीन होते हैं।
इनका व्यक्तित्व पूरी तरह से आकर्षक होगा। किसी को भी प्रभावित कर लेने के कारण ये अपने सर्किल में खासा प्रसिद्ध भी होते हैं। इनकी प्रसिद्धि का एक कारण यह भी है कि ये मेलजोल बनाए रखने में माहिर होते हैं। मिलने वालों को खूब तव्वजो देेते हैं। इसके बावजूद तुला राशि वालों को सच्चे मित्रों का सदा अभाव बना रहना है। आमतौर पर इनके मित्रों की फेहरिस्त में अच्छे खासे लोग शामिल होते हैं। लेकिन उनमें से बहुत की कम होंगे जो इनके बुर समय में सहयोग कर पाये। अधिकतम मित्र इनकी कमजोरियों और झिझक का फायदा उठाने में विश्वास रखते हैं। ऐसे मित्रों से तुला राशि के जातकों को सावधान रहना चाहिए।
तुला राशि के लोग पूरी तरह से सहनशील और समझौतावादी होंगे। लेकिन इनको ध्यान रखना चाहिए कि अधिक उदारता दिखाना वर्तमान समय में अच्छा नहीं समझा जाता है। आप हालात देखें और फिर सोच समझकर निर्णय लें कि आपके क्या करना चाहिए। अपने विचारों को स्वयं पर थोपे नहीं, यह भी नहीं होने दें कि कोई आपको मोहरा बना लें। याद रखें कि किसी भी स्थिति में आप कमजोर नहीं है। आप संघर्ष कर सकते हैं। इसलिए आपके लिए यह जरूरी नहीं कि समझौता ही करें। आप चाहे तो समस्याओं का सामना भी कर सकते हैं। सायद इसके परिणाम ज्यादा सुखद हो।
वार्षिक राशिफल
गोचर में हमेशा शनि महाराज की भूमिका निर्णायक है। शनि की आज्ञा के बिना कुछ भी होना संभव नहीं है। गत कुछ वर्षाें से आप शनि की साढेसाती के दौर में हैं, या कहना चाहिए कि गिरफ्त में है। अभी आप साढसाती के मध्य में हैं। इसलिए यह वर्ष यदि आपके लिए कष्टदायी नहीं है तो सुखद भी नही ंकहा जायेगा। बहुत अनुकूल समय आने में अभी एक-दो वर्ष की प्रतिक्षा करनी होगी। तब तक अपने इष्ट में आस्था रखें। सत्कर्म करते रहें। जितना अधिक हो जीवहित करें। अन्नदान में विशेष रूचि रखें। यदि आप उद्योगपति या ठेेकेदार हैं तो श्रमिकों की तनख्वाह में कुछ प्रतिशत की वृद्धि करें। वार-त्योहार श्रमिकों को मिठाई भेंट में दें।
वर्ष के उत्तरार्द्ध में निकट संबंधियों के कारण मानसिक तनाव रह सकता है। आपकी सलाह और विचारों को मित्र और रिश्तेदार महत्व नहीं देंगे। अकारण ही आपको विरोध का सामना करना होगा। इसलिए पहली सावधानी तो यही है कि मित्रों और परिचितों पर ज्यादा भरोसा न करते हुए स्वयं के आत्मविश्वास पर ही कोई कार्य करें। मित्र तो शत्रुवत् व्यवहार करेंगे।
वर्ष में बृहस्पति जून तक भाग्य स्थान पर उपस्थित रहेंगे। बृहस्पति जब अनुकूल हो तो परिवार में वृद्धि होती है। भोग-विलास की वस्तुओं की खरीदारी और मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी पेशा लोगों को पदोन्नति की संभावना बनेगी। हालांकि नौकरी पेशा लोगों के लिए भी यह वर्ष बहुत अच्छा तो नहीं कहा जायेगा।
सुचारू स्वास्थ्य के लिए जून, जुलाई और दिसम्बर के महिनों में विशेष सावधानी रखी जानी चाहिए। नाभि के नीचे और गले के उपर के अंगों में कोई नया रोग उभर सकता है। जीवन साथी का स्वास्थ्य भी चिन्ता पैदा करेगा।
रोमांस एवं संबंध
स्थायी संबंधों के मामलों में वर्ष के शुरूआती महिनों में अच्छा परिणाम मिल सकता है। जो लोग कुंवारे हैं उन्हें अपने प्रयासों में तेजी लानी चाहिए। निश्चित परिणामों की आशा रखी जा सकती है। बृहस्पति अनुकूल है, इसलिए यह आपकी अभिलाषाओं को पूर्ण कर सकते हैं। ऐसा बृहस्पति परिवार में वृद्धि करता है या फिर परिवार वृद्धि की आधारशिला अर्थात वैवाहिक संबंध बनाता है। इसलिए मझदार में लटक रहे सम्पर्क इस वर्ष धरातल पर आ जायेंगे। आपको अपने मनपसंद जीवन साथी के मिलने की पूरी संभावना है।
हालांकि क्षणिक आनन्द के लिए इस वर्ष कोई प्रेम-संबंध सफल होता नहीं दिखता है। जो भी आपको साथी मिलेगा वह आपसे घनिष्ठता बढाना चाहेगा। इसके कारण बिना आधारभूत पृष्टभूमि से बने संबंधों से आप मुक्त हो सकेंगे। इस वर्ष आपको रोमांटिक से ज्यादा गंभीर होने की आवश्यकता है। तभी आप अपनी महबूबा के दिल में जगह पाने में सफल हो सकेंगे।
वृश्चिक राशि (तो न नि नु ने नो या यि यु)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है। अतः यह स्वभाविक रूप से मंगल के गुणों और अवगुणों को ग्रहण करती है। मंगल एक पाप ग्रह है लेकिन बहुत साहसी भी है। सायद यही कारण है कि वृश्चिक राशि के जातकों के अनेक रूप प्रचलित हैं।
वृश्चिक राशि के लोग यदि अपनी उर्जा को अपने विकास में लगाए तो जीवन में काफी कुछ हासिल कर सकते हैं। अन्यथा समाज में इनकी विशेष प्रतिष्ठा नहीं होगी। लोग इनको लापरवाह और स्वयं का नुक्सान करने वाला समझेंगे। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि वृश्चिक राशि के लोग जहां अपना निर्माण स्वयं कर सकते हैं, वहीं विध्वंस या विफलता के रास्ते पर भी जा सकते हैं।
मेरा मानना है कि वृश्चिक राशि के लोगों में संकल्प शक्ति अद्भुत होती है। शारीरिक रूप से तो ये सुदृढ होंगे ही साथ ही दुःसाहसी भी होंगे। इन सब विशेषताओं को यदि ये अपने जीवन में ढाले तो निश्चित रूप से एक सफल और अनुकरणीय जीवन जी सकते हैं।
वृश्चिक राशि के जातकों में क्रोध की अनावश्यक मात्रा होगी। जिससे ये परिस्थितियों का ठीक से आकलन नहीं कर पायंेगे और एक विफल जीवन जीने को विवश होंगे। हालांकि यह भी एक सत्य है कि वृश्चिक राशि के लोग बहुत कार्यकुशल होंगे लेकिन कमजोरियों के कारण बहुत आशंका है कि ये जीवन में सफल न भी हों।
वृश्चिक राशि के जातक दोहरा जीवन जीते हैं। यह संभव है कि यह दोहरा जीवन इनके व्यवसायिक कार्य प्रणाली पर ही लागू हो। कुछ लोग सांसारिक तौर पर भी दोहरा जीवन जीते हैं। ये लोग हमेशा अपनी एक स्थिति को छुपाने का प्रयास करेंगे।
वार्षिक राशिफल
वर्ष के पूर्वार्द्ध में शान्तचित्त बने रहें। वर्षा ऋतु की शुरूआत से ही काफी कुछ राहत का अनुभव होगा। अभी आपके लिए शनि की साढेसाती का पहला दौर है। इसलिए कार्यों में विफलता और मानसिक कष्ट का समय चल रहा है। बनते हुए कामों में अचानक बाधाएं आती हैं। जो लोग किराये के मकान में हैं उनको घर बदलना पड़ सकता है। लोग आपको नाना प्रकार से प्रताडि़त करेंगे।
शनि तो आपके लिए प्रतिकूल है ही। साथ ही राहु और बृहस्पति भी क्रमशः बारहवें और आठवें स्थान पर रह कर करेला और नीम चढा की कहावत चरितार्थ कर रहे हैं। ध्यान रखें कि जब राहु और बृहस्पति खोटे स्थानों पर हो तो चोरी और बुद्धिभ्रम से धन की हानि करवाते हैं। समय पर सटीक निर्णयों का अभाव होता है इसलिए लोग आपको आर्थिक योजना में मोटा लालच दिखाकर चूना लगा सकते हैं। क्योंकि बृहस्पति की प्रतिकूलता से विवेक का नाश हो जाता है। इसलिए वर्ष के शुरूआती महिनों में निवेश सरकारी योजनओं में ही करें। किसी के साथ साझेदारी में व्यापार की न सोचें।
जुलाई के बाद छोटे बहन या भाई को कई तरह की परेशानियों से झूझना पड़ सकता है। आर्थिक और शारीरिक दोनों स्थितियां प्रतिकूल दिखाई देती हैं।
जैसा कि मैं पहले भी कुछ राशियों के लिए लिख चुका हूं कि गोचर ग्रहों का प्रभाव काफी कुछ जन्म कालीन विंशोत्तरी दशा पर निर्भर करता है। बहुत बार देखा जाता है कि अनुकूल और बलशाली ग्रह की विंशोत्तरी दशा के दौरान शनि का खराब गोचर संकेत मात्र देकर निकल जाता है। यदि आपकी विंशोत्तरी दशा निर्बल ग्रहों की है तो शनि की साढेसाती के उपाय किये जाने जरूरी हैं। शनि से संबंधित दान देने और शनि मुद्रिका धारण करने से काफी कुछ राहत का अनुभव होगा।
वर्ष के अंतिम चार मास आपके लिए अच्छे हैं। दीपावली के आस-पास कोई नया काम आरम्भ हो सकता है। परिवार में किसी नये सदस्य के आगमन की संभावना बन सकती है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से जुलाई और अगस्त के मास में विशेष सावधानी रखी जानी चाहिए।
रोमांस एवं संबंध
इस वर्ष से कोई खास उम्मीदें नहीं रखें। पहली दृष्टि से ऐसा कोई योग नहीं है। स्थायी संबंधों पर पाप ग्रहों की दृष्टि है। सगाई जैसे संबंधों में स्थायित्व के लिए बेहतर और ज्यादा संवाद की आवश्यकता होगी। इसके अभाव में संबंध होते-होते रह जायेंगे। मोटे तौर पर स्थायी संबंधों पर कोई नई बात आने की संभावना न के बराबर है। अलबत्ता प्रेम संबंधों में कुछ नवीनता का बोध होगा। यदि आप चाहते हैं कि आपका प्रेम स्थायी हो या आप नये संपर्क बनाने के इच्छुक हैं तो आपको अपने व्यवहार को ज्यादा सुमधुर ओर स्वयं को जवाबदेह और भरोसेमंद बनाना होगा।
धनु राशि (ये यो भ भि भू धा फा ढा भे)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
धनु एक द्विस्वभाव राशि है और इसका स्वामी बृहस्पति है। धनु राशि के लोग शारीरिक रूप से भरे-पूरे होंगे। इनकी त्वचा का रंग परिवार के दूसरे सदस्यों की तुलना में कुछ साफ होगा। धनु राशि के लोग एक स्थान पर स्थिर रह कर कार्य नहीं कर पाते हैं। बृहस्पति के प्रभाव के कारण ये विवेकी और बुद्धिमान हांेगे। ये समाज में शीघ्र निर्णय लेने के संबंध में पहचाने जायेंगे। इनकी फैसले कभी भी मिथ्या नहीं होंगे। लेकिन ये एक प्रकार के कामों से जल्द उब जाते हैं। इस आदत के कारण ये अपने व्यवसाय में अक्सर परिवर्तन करने की सोचने लगते हैं। ये अपने व्यवसाय को विकसित करने के लिए बहुत कम समय लेंगे।
धनु राशि के लोगों का पारिवारिक जीवन पूरी तरह से समृद्ध नहीं होगा। इनकी माता या पत्नी को हमेशा स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बनी रह सकती है। बाल्यावस्था में इनको पिता या माता की तरफ से पूरा लगाव और स्नेह नहीं मिल पाता है। यह भी संभव है कि पिता की तरफ से विरासत में कोई स्थापित व्यवसाय की प्राप्ति नहीं हो।
धनु राशि के लोगों का दांपत्य जीवन पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होता है। आप लोग उदार होंगे। धर्म में पूरी आस्था पृकट करेंगे। बहुत से देवी-देवताओं की आराधना करेंगे। समय-समय पर मंदिरों और तीर्थाें की यात्राएं करते रहेंगे। इनकी उदारता के कारण ही बहुत से लोग इनके सहारे अपना जीवन यापन करते हैं।
धनु राशि के लोग महत्वकांक्षी होंगे। लेकिन बहुत कम लोग ही अपने लक्ष्य तक पहुंच पायंेगे। हालांकि इनमें काम करने का जज्बा होगा। और अपने लक्ष्य के लिए सर्वस्व निच्छावर करने को भी तैयार रहेंगे। तथापि ये अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं। शीघ्र ही इनको यह आभास होता कि वे जिस लक्ष्य के पीछे भाग रहे हैं वह दरअसल उनके लिए उचित नहीं है।
धनु राशि के लोग पूरी तरह से स्वस्थ नहीं रहेंगे। थकावट और पीठ के दर्द से परेशान रह सकते हैं।
वार्षिक राशिफल
आपके लिए यह वर्ष मिश्रित फलप्रद दिखाई देता है। कुछ मामलों में आप आसानी से सफल हो सकेंगे तो कुछेक में बाधाओं के कारण कार्य बंद होने की नौबत आ सकती है। इसलिए पहली दृष्टि में आपको यह सलाह दी जाती है कि आप ऐसे किसी कार्य में भाग्य न आजमाएं जहां स्थिरता का अभाव हो। कोशिश करें कि केवल भाग्य के भरोसे न रहते हुए पूरी तरह से प्रैक्टिकल बने रहें। जब तब स्थिति को समझ न लें तब तक दूरी बना कर रखें। हमेशा बहुमत के साथ चलें और संभावनाओं को नकार दें।
इस वर्ष रक्षाबंधन तक का समय कुछ लाभदायक और कई योजनाओं को मूर्त रूप देने में आपको सफल बना सकता है। खासतौर पर भाइयों से कई तरह से सहयोग की अपेक्षा रखी जा सकती है। जो लोग व्यापारी हैं उन्हें कुछ नये अनुबंध प्राप्त होंगे जिनसे भविष्य में काफी कुछ मुनाफा कमाया जा सकेगा। वाहन के सुख में वृद्धि होगी। भूमि और भवन की खरीद-फरोख्त की चर्चा हो सकती है। दूरस्थ स्थानों की तीर्थ यात्राओं के योग निर्मित हो रहे हैं। रक्षाबंधन और दीपावली के मध्यावधि में किसी धर्म स्थान की लम्बी यात्रा हो सकती है।
इस दीपावली से आपको शनि की साढेसाती आरम्भ हो रही है। लेकिन इसका प्रभाव आपको जून-जुलाई से ही आरम्भ हो जायेगा। शनि का नजरिया बहुत कठोर है। ये न्यायप्रिय हैं। जब शनि की महादशा जन्मकुण्डली में न आए तो वह गोचर की साढेसाती में पूर्व जन्मों के पाप और पुण्य का हिसाब-किताब करता है। यदि पिछले कुछ वर्ष आपके लिए बेकार और निराशा के व्यतीत हुए हैं तो यह साढेसाती भी आपको अनेकों कष्ट देगी। भाग्य का साथ बिल्कुल नहीं रहेगा। किसी प्रकार से विर्वाह हो जाए तो गनीमत समझें। इस स्थिति मे ंआपको संभलने का एक अवसर प्राप्त होता है। आगामी छः मास आपको शनि की साढेसाती से बचने के लिए स्वर्णकाल है। कुछ प्रयासों से आप इस साढेसाती के बुरे प्रभाव से काफी हद तक निजात पा सकते हैं। इसके लिए आपको शनि के तांत्रिक मंत्रों को जाप करना चाहिए।
संतान के कॅरियर को लेकर तो समस्या रह ही सकती है। साथ ही संतान के स्वास्थ्य और विचार भिन्नता से भी आप त्रस्त रहेंगे। जिनकी संतान विवाहित हैं उनके लिए परिवार में असंतोष का वातावरण बन सकता है। मतभेद गहरा कर अलगाव का रूप ले सकते हैं।
शारीरिक दृष्टि से अक्टूबर-नवम्बर के महिनों में ज्वर और रक्त विकार के शिकार हो सकते हैं। बवासीर जैसे गुप्तांग के रोगों से भी बचने का प्रयास करें। मतिभ्रम की शिकायत हो सकती है।
रोमांस एवं संबंध
जनवरी-फरवरी के पहले दो मास रोमांस के लिए आप उतावले रहेंगे। तथापि इस दौरान आप चर्चित होने की आशंका से ग्रस्त भी रह सकते हैं। ध्यान रखें कि निम्न श्रेणी की स्त्रियों से संबंधों के कारण आप चर्चित हो सकते हैं। इससे आपके नैतिक साहस में कमी आयेगी। समाज में आलोचनाओं के शिकार हो सकते हैं। बाद के छः महिने स्थायी संबंधों के लिए उत्तम है। आपका पार्टनर सिद्धांतवादी होगा। जिससे प्रेम-संबंधों से ज्यादा अहमियत भावनाओं और आदर्शवाद को मिलेगी। पहले छः महिने तात्कालिक और क्षणिक प्रेम-संबंधों के लिए बेहतर हैं। विरोधियों को कोई अवसर नहीं दें।
मकर राशि (भो ज जी जु जे ख खु खो गि)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
मकर राशि पर शनि का आधिपत्य है। शनि की राशि होने से मकर राशि से प्रभावित लोग जीवन में खूब सोच-समझकर कदम रखते है। ये कभी भी आकस्मिक लाभों पर दृष्टिपात नहीं करेंगे। इनका हमेशा यही प्रयास रहेगा कि जो कुछ भी करें वह सब स्थाई हो। और इन कार्याें से वर्षों तक लाभ मिलता रहे। प्रायः यह भी देखा जाता है कि मकर राशि के लोग तात्कालिक या मौसम आधारित कार्याें में सफल नहीं होते हैं। इन्हें वैसा काम चाहिये जिसे ये आरम्भ करे और नाती-पोते तक उसका लाभ ले सके।
मकर राशि के लोग स्वभावगत रूढिवादी होंगे। ये अपनी परम्पराओं से कभी पृथक नहीं होंगे। और नई बातों को आसानी से हजम नहीं कर सकेंगे। नए-नए फैशन और रीति-रिवाजों का पुरजोर विरोध करंेगे। लेकिन इसका यह अर्थ कदापि नहीं लगाया जाना चाहिए कि प्रगतिशील नहीं है। इनको तरक्की पसन्द होगी लेकिन ये कभी भी ताकत और धन को हासिल करने के लिए कभी भी शार्टकट नहीं आजमायंेगे। इसलिए प्रायः इनके द्वारा स्थापित व्यवसाय का परिवार के दूसरे लोग लाथ उठाया करते हैं।
मकर राशि के लोगों का जीवन पूरी तरह से सुखद नहीं होता है। बहुत कम लोग ही एक सफल और प्रसन्नतापूर्वक जीवन जीते हैं। इनके जीवन में बहुत सी बुरी घटनाएं घटित होती हैं। पिता से इनको विशेष सहयोग प्राप्त नहीं होगा। और भाई-बहिनों से भी उम्र भर कुछ कठिनाई बनी रहती है।
मकर राशि के लोग परिश्रमी होंगे। वैसे इनके जीवन का आरम्भ कुछ इस प्रकार से होगा कि इनको मजबूरन कठिन मेहनत करनी होगी। हालांकि एक आयु विशेष के बाद मकर राशि के लोग एक सम्मानजनक स्थान बना पाने में सफल हो सकते हैं। लेकिन यह इनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा होगा। स्वास्थ्य के मामले में मकर राशि के लोग युवावस्था तक ही पूर्ण स्वस्थ रह सकते हैं। परिश्रम के कारण ये बहुत से रोगों से बचे रह सकते हैं। अधिक उम्र के बाद इनकी स्मरण शक्ति प्रायः नष्ट हो जाया करती है। स्नायु संबंधी रोग भी हो सकते हैं।
वार्षिक राशिफल
यदि स्थूल रूप से विचार किया जाए तो वर्ष 2014 आपके लिए अनुकूल कहा जायेगा। विशेष रूप से वर्ष के अंतिम छः महिने ज्यादा लाभदायक दिखाई देते हैं। आपको कुछ नये कार्यों को आरम्भ करने का अवसर प्राप्त होना चाहिए। साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होने की संभावना है। आपको सभी स्थायी कार्यों यथा मशीनरी, भूमि और भवन आदि से लाभ हो सकता है। स्थायी सम्पति में वृद्धि होनी चाहिए। भाइयों से समय-समय पर लाभ होता रहेगा। ज्ञातव्य रहे कि मूल रूप से ज्योतिष मार्गदर्शन का विज्ञान है। इसलिए आपको अपने बेहतर समय का पूरा दोहन करना चाहिए। होली तक जम कर होमवर्क करें और इसके बाद अपनी योजनाओं को क्रियान्वयन करें। इससे सभी कार्य सुचारू संपन्न हो सकेंगे। यही आपके लिए उचित सलाह होगी।
राहु वर्ष भर आपके लिए कारक बन गया है। इस लिए यह समय आपके लिए काफी उन्नतिकारक सिद्ध हो सकता है। आपको परिश्रम का पूर्ण फल प्राप्त होगा। जनता और व्यापार जगत में आपकी प्रतिष्ठा में बढोत्तरी होगी। लेकिन राहु इन सब बातों के साथ ही मानसिक परेशानी भी देता है। लेकिन इसके बावजूद स्थिति बहुत चिन्ताजनक नहीं होगी। काफी कुछ आपकी पकड़ में बना रहेगा।
वर्ष की शुरूआत यद्यपि ज्यादा अच्छी नहीं कही जायेगी। काफी कुछ अनचाहा परिवर्तन हो सकता है। जो लोग सरकारी या नीजि नौकरी में हैं उन्हें इस तरह के कुछ लक्षण दिखाई देंगे। इसलिए जरूरी है कि इसके लिए पूर्व ही मानसिक रूप से स्वयं को परिपक्व कर लिया जाए। इसके साथ ही मैं यह भी कहना चाहूंगा कि नौकरी पेशा लोगों को वर्ष का उत्तरार्द्ध बहुत अच्छा व्यतीत होगा। उच्चाधिकारियों को प्रसन्न रख पाने में सफल रहेंगे।
बृहस्पति आपकी राशि से छठा और सातवां होकर बहुत कारक नहीं है। जब बृहस्पति प्रतिकूल हो तो चोरी और धोकाधड़ी से धन हानि हो सकती है। वर्ष भी आपको प्रत्येक गुरूवार को पीली खाद्य वस्तुओं को दान करना चाहिए।
स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्ष भर आपको कोई न कोई समस्या रह सकती है। विशेष रूप से पेट और छाती संबंधी कोई रोग परेशान कर सकता है। जीवन साथी के स्वास्थ्य के बारे में भी आपको सावधानी रखनी चाहिए। क्योकि वर्ष के शुरूआती महिनों में जीवन साथी को कोई शारीरिक कष्ट हो सकता है।
रोमांस एवं संबंध
इस वर्ष आपकी चारों अंगुलियां घी में है। वैवाहिक और रोमांस आदि के संबंध में आप जितना प्रयास करेंगे सफलता का प्रतिशत उससे कुछ ज्यादा ही रहेगा। इस लिए मेरी आपको राय है कि आप स्थायी संबंधों के बारे में विचार करें। इससे आपके जीवन को स्थायित्व भी प्राप्त होगा। साथ ही समाज में आपकी प्रतिष्ठा को चार चार चांद लग जायेंगे। कभी-कभार चलने वाले रोमांस से आपको आत्मसंतुष्टि नहीं प्राप्त होगी। इस वर्ष बृहस्पति आपकी राशि से सातवेें भाव में प्रवेश करेंगे। जो कि सगाई और विवाह के संबंध में कोई शुभ सूचना दें सकते हैं। बुद्धिमानी इसी में है कि सब कुछ छोड़-छाड़ कर केवल इसी कार्य में लग जाए जिससे कम से कम जीवन का एक पक्ष का उज्ज्वल हो सके।
कुंभ राशि (गु गे गो स सि सु से सो द)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
मकर राशि के साथ ही शनि कुंभ राशि का भी संयुक्त स्वामी है। कुंभ राशि का प्रतीक चिह्न इसके नाम के अनुरूप मिट्टी का गोलाकार बर्तन है। जिसके बाहरी आकार-प्रकार को देख कर कोई भी इसकी आंतरिक स्थिति का पता नहीं लगा सकता है। कमोबेश यही स्थिति कुंभ राशि के जातकों की है। ये बहुत से कार्यों में पारंगत होते हैं। और एक से अधिक व्यवसायों से धन अर्जित करते हैं। बहुत कम लोगों को इनकी वास्तविक स्थिति का ज्ञान होता है।
कुंभ राशि के लोग सहनशील होंगे। तथापि ये अपना अपमान नहीं सहन करेंगे। जीवन में इनको कई बार मित्रों और परिचितों से भी शत्रुवत् व्यवहार सहन करना होता है। यद्यपि ये कभी भी इन विपरीत परिस्थतियों में भी अपना हौसला नहीं खोते हैं। क्यों कि यदि ये आवेश में आकर कोई फैसला करें तो अन्ततः नुक्सान इनको ही उठाना होता है। इसलिए कुंभ राशि के लोगों को हमेशा विवादों से दूर ही रहना चाहिए। आप बहुत गिने-चुने लोगों से ही दोस्ती रखते हैं। लेकिन ये तथाकथित दोस्त ही आपका समय-समय पर नुक्सान कतरे रहेंगे। इस लिए कुंभ राशि के लोगों को इस प्रकार के लोगों से हमेशा सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आपके लिए यह भी आवश्यक है कि आप अपनी व्यवसायिक गतिविधियों को हमेशा गुप्त ही रखें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके निकट के लोग ही आपका नुक्सान कर सकते हैं।
कुंभ राशि के लोग संवेदनशील और अन्तर्मुखी होंगे। इनके चारों तरफ एक रहस्य का पर्दा पड़ा होगा। समाज में इनको कई तरह से पहचाना जायेगा। जो लोग इनको बहुत करीब से जानते हैं वे भी प्रायः एक भ्रम की स्थिति में ही रहेंगे। ये अपनी वास्तविक मनोवृत्ति को बहुत कम लोगों के सामने रखेंगे।
संतान के संबंध में कुंभ राशि के लोग बहुत भाग्यशाली नहीं कहे जायेंगे। इनको कम संतान होगी, इस पर भी संतान के संबंध में चिन्ता बनी रहेगी। इनके पुत्रों को आजीविका संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
वार्षिक राशिफल
शनि आपकी राशि से वर्ष की शुरूआत में नवें और इसके उपरान्त दसवें स्थान पर रहेंगे। हालांकि गोचर के साधारण सिद्धांतों के अनुसार शनि के लिए दोनों ही स्थान अच्छे नहीं हैं। लेकिन आधुनिक शोधों से यह सिद्ध हो चुका है कि आठवें के बाद नौवें स्थान का शनि बहुत खराब नहीं होता है। कमोबेश अनुकूल ही कहा जायेगा। यदि आपने पिछले वर्ष में कोई उपलब्धि हासिल की है तो निश्चित ही इस वर्ष भी काफी कुछ प्राप्त करने में सफल हो सकेंगे। ऐसा मेरा समझना है। क्योंकि गोचर के साथ ही जन्मकालीन ग्रहों का भी अपना महत्व है।
होली तक बृहस्पति का सहयोग आपको बराबर प्राप्त होता रहेगा। अनुकूल बृहस्पति के कारण आपको नवीन संपर्कों से लाभ होगा। लोग आपके निकट आना पसंद करेंगे। तथापि इस कालावधि में आपकी पिछली उपलब्धियां अवश्य प्रभावित होगीं। आप उतना कुछ नहीं हासिल कर पायेंगे जितना कि आप योग्यता रखते हैं। इसलिए मैं इस वर्ष को मिश्रित फलप्रद कहना जरूरी समझना हूं। जहां कुछ मामलों में आप सफल रहेंगे तो वहीं कुछेक में आपको निराशा ही हाथ आयेगी। इस वर्ष जितनी आप सावधानी रख पाने में सफल होंगे उसी तुलना में आप कामयाब भी हो सकेंगे। आप स्वयं बहुत सी समस्याओं से बच पाने में सफल हो सकते हैं। सब कुछ आपकी इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है।
उपरोक्त के बावजूद समय-समय पर आपको अचानक धन की प्राप्ति होती रहेगा। गोचर के कुछ योग इस मामले में आपके लिए बहुत अनुकूल बने हैं। वहां से आपको धन प्राप्त हो सकेगा जहां से कि आपने आशा नहीं रखी होगी। इसके विपरीत आपकी आशाओं पर कुठाराघात भी होगा। भरोसे के लोग आपको अचानक मुगालते में रखेंगे। परिवार में इस वर्ष कोई मांगलिक कार्य संपन्न हो सकता है। जो लोग विवाहित हैं उन्हें संतान प्राप्ति के लिए यह वर्ष अनुकूल है। वर्ष के आरम्भ के महिनों में ही कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से जुलाई, अगस्त और सितम्बर के मास समस्याएं पैदा करने वाले हैं। कोई रोग हो सकता है जिससे निजात पाने में एक लम्बा वक्त लग जाएं। इसलिए सूक्ष्म लक्षणों की भी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। परिवार में माता के स्वास्थ्य के संबंध में पेरशानी लगातार बनी रहेगी। इस संबंध में आपको बहुत सावधानी रखे जाने की आवश्यकता है।
रोमांस एवं संबंध
इस वर्ष सगाई, विवाह या रोमांस के संबंध में कोई विशेष उपलब्धि की आशा नहीं रखी जानी चाहिए। इस तरह की योजनाओं के लिए समय बेहद साधारण प्रतीत होता है। जिसका अर्थ कि परिश्रम के उपरान्त ही क्षणिक सफलता की उम्मीदे रखीं जा सकती हैं। अब यह आप पर निर्भर है कि क्या निर्णय लेते हैं। या तो बहुत अनुकूल स्थितियों की प्रतिक्षा करें या फिर अपने प्रयासों में तेजी लाएं। जो लोग प्रेम-संबंधों पर विश्वास करते हैं उनके लिए सितम्बर का मास कुछ नवीन परिस्थितियों का निर्माण करेगा। मधुर संपर्कों के लिए यह उचित मास है। लेकिन अधिक जोखिम आपके हित में नहीं होगा। लेकिन यदि आप इस संबंध को स्थायी करना चाहते हैं तो अच्छे परिणामों की आशा रख सकते हैं।
मीन राशि ( दि दु थ झ ´ दे दो च चि)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
बृहस्पति की राशि होने से मीन राशि के लोग अपनी जीवन शैली में हमेशा एक स्टेण्डर्ड मैंटन करने का प्रयास करते हैं। ये लोग कभी भी सामान्य सा दिखने वाला कार्य नहीं करेंगे। इस मानसिक प्रवृति के कारण ये लोग अपने से श्रेष्ठ लोगों में बैठना पसंद करते हैं। हालांकि यह आवश्यक नहीं कि ये कोई सफल जीवन ही जिये। इसका कारण यह भी है कि उच्च विचार और जीवन में सफल होने की आकांक्षा के बावजूद मीन राशि के जातकों में आलस्य की प्रवृति देखी जाती है।
मीन राशि के लोग विवेकशील होंगे। निश्चित रूप से ये जीवन में कुछ कर दिखा सकते हैं। खास बात तो यह कि इनको जीवन में कई अवसर प्राप्त होंगे जिससे कि ये अपना जीवन स्तर सुधार सकें। लेकिन अक्सर ये सुनहरे अवसरों का पूरा लाभ नहीं ले पाते हैं। मीन राशि वालों के अधीन जो लोग काम करेंगे वे इनकी उदारताका फायदा उठाने का प्रयास करेंगे। इनको इस संबंध में सावधानी रखने का प्रयास करना चाहिए। कार्य का वर्गीकरण करने से ये लोग अपने अधीन काम करने वालों का पूरा लाभ ले सकते हैं। व्यक्ति को पूरी तरह से परख कर काम दें। कम योग्य व्यक्ति को महत्वपूर्ण कार्य नहीं सौंपे। हालांकि वह आपका विश्वासपात्र है। लेकिन क्या वह इतना योग्य है कि आपको रिटर्न दे पायेगा। व्यक्ति की वफादारी को उसकी क्षमताओं से नहीं जोड़े।
वार्षिक राशिफल
वर्ष की शुरूआत में शान्तचित्त रह कर अपना काम करते रहें। लोगों पर अनावश्यक विश्वास नहीं करें। लेनदेन में पर्याप्त सावधानी रखते हुए जीवहित करते रहें। वर्ष में होली तक ज्यादा आशान्वित नहीं रहें। यह समय आपके लिए कड़वा है। इसलिए इस समय का उपयोग अपनी योजनाओं को कागजी रूप देने में लगाएं। होमवर्क करें।
इस वर्ष कुछ गलत लोगों के संपर्कों के कारण आपको वर्ष भी परेशानी हो सकती है। इसलिए जहां तक संभव हो ऐसे लोगों से स्वयं को पृथक करने का भरसक प्रयास करें। यह आपके भविष्य को सुधारने का कार्य करेगा। वर्ष में एक से अधिक बार आपको मिथ्या और गलत संगत के कारण काफी नुकसान हो सकता है। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसे किस रूप में लेते हैं। यदि तटस्थ होकर सोचेंगे तो पायेंगे कि जो कुछ भी हुआ उसमें आपकी ज्यादा गलती नहीं थी। इस वर्ष कुछ अनावश्यक यात्राएं हो सकती हैं जिसके फलस्वरूप आपका धन और समय बर्बाद होगा। ऐसी यात्राओं पर नियंत्रण रखने का प्रयास करें। लम्बी यात्राओं से पूर्व काफी सोचे-विचारे और लाभ-हानि का कच्चा चिट्ठा तैयार करें।
इस वर्ष भाइयों और निकट के परिचितों के कारण व्यापार या नौकरी में बाधा और संकट पैदा हो सकते हैं। परिवार में विचार वैमनस्य और विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। आपकी उदारता को कमजोर समझा जा सकता है। इसलिए अपने अधिकारों के लिए आपको सजग रहने की आवश्यकता है।
वर्ष मध्य के आते-आते सब कुछ आपके पक्ष में होना आरम्भ होगा। अचानक धन लाभ होगा। सोचे हुए कार्याें को गति मिलेगी। किसी नये व्यापार की शुरूआत हो सकती है। हालांकि कुछ अतिरिक्त परिश्रम हो सकता है लेकिन उसका पूरा लाभ भी आपको मिल जायेगा। जीवन में उन्नति के नवीन अवसर प्राप्त होंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। स्थायी संपत्तियों में इजाफा हो सकता है। भवन और वाहन प्राप्ति की योजना पर काम होगा। वर्ष के अंत तक कई तरह की चिन्ताओं से मुक्त हो सकंेगे। चूंकि शनि के अतिरिक्त बाकी के ग्रह आपके अनुकूल हैं अतः यदि शनि के कुछ उपाय कर लिये जाएं तो जीवन को ज्यादा सुचारू और सहज बनाया जा सकेगा।
स्वास्थ्य की दृष्टि से फरवरी-मार्च के महिनों में चोट-मोच का भय बना रहेगा। शत्रु भी कोई नुकसान पहुंचा सकता है। नाभि के नीचे के अंगों में कोई रोग परेशान करेगा। निकट के संबंधी से कोई आघात हो सकता है। घर-परिवार में बड़े भाई या बहन के स्वास्थ्य के बारे में कोई चिन्ता अवश्य उत्पन्न होगी। बड़े भाई-बहनों को आर्थिक नुकसान भी हो सकता है।
रोमांस एवं संबंध
रोमांस और सगाई आदि के लिए यह वर्ष उपयुक्त है। लेकिन विवाह में कोई बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसलिए जरूरी बातों को महत्व दें और स्थायी बंधन के लिए दीपावली के बाद के समय तक प्रतिक्षा करें। ऐसा करना ही आपके लिए ठीक रहेगा। जल्दबाजी करने से भविष्य में होने वाले संबंधों में आपका पक्ष कमजोर रह सकता है।
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अविवाहितों के संबंधों की चर्चा होगी। विवाह की संभावना भी बन सकती है। इस बारे में आपको अपने प्रयासों में तेजी लानी चाहिए। अनुकूल माहौल का निर्माण होगा। ज्यादा महत्वपूर्ण तो यह है कि आप रोमांस आदि के चक्कर में न जाकर स्थायी संबंधों के लिए एक जीवन साथी के बारे में सोचें। क्योंकि गोचर ग्रहों के अनुसार इस वर्ष आपका कुटुम्ब बढने के योग बन रहे हैं। जो लोग विवाह के लिए प्रयासरत हैं उनके लिए यह वर्ष सुनहरा मौका है। उन्हें अपने प्रयासों में तेजी लानी चहिए। संभव है कि वर्ष के मध्य से पूर्व ही सफलता मिल जाए। यदि आप शादीशुदा हैं तो याद रखें कि आपकी जातीय जिन्दगी में आपके जीवन साथी की बेहतरीन भूमिका हो सकती है, बेशर्ते यदि आप ऐसा चाहे तों। अब आपका सामाजिक जीवन ज्यादा विस्तृत हो रहा है। लोग आपके आचरण का अनुशरण करेंगे।
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मिथुन राशि (क कि कु घ ड़ छ के को ह)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
आपकी राशि का स्वामी बुध है। मूल रूप से मिथुन राशि के लोग बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। जीवन में एक से अधिक कार्यों में कम या ज्यादा सफल रहते हैं। समाज में इनकी छवि एक जागरूक और पूरी तरह से फिट हो जाने वाले की होगी। ये लोग बहुत व्यवहारिक होंगे। लेकिन अपना स्वार्थ सर्वोपरि रखेंगे। बलिदान या भावनाओं का इनके जीवन में कोई विशेष महत्व नहीं होगा। दूसरों के सामने हमेशा स्वयं को सिद्ध करने का प्रयास करेंगे। मिथुन राशि के लोग अपनी विसंगती के कारण बहुत सी अनैतिक आदतों का शिकार हो जाया करते हैं। यदि सावधानी न रखें और समय पर मागदर्शन न मिले तो ये पथभ्रष्ट होकर बुरे आदमी की छवि भी बना सकते हैं।
आप भाग्यशाली होंगे और आपको विरासत में कुछ न कुछ अवश्य ही प्राप्त होगा। यदि ऐसा नहीं भी हो तो भी ये जीवन में कम परिश्रम से ज्यादा प्राप्त कर सकते हैं। यदि ये लोग पूरी रचनात्मक और परिश्रम से कार्य करें तो जीवन में काफी कुछ प्राप्त कर सकते हैं।
मिथुन राशि के जातकों में विपरीत परिस्थितियों में खुश रहने के गुण विद्यमान हांेगे। आप हमेशा शान्तचित्त होकर व्यवहार करेंगे। जिससे आप बहुत सी कमजोरियों को छुपा पाने में सफल होंगे।
मिथुन राशि या लग्न के लोगों को सबसे अच्छी सलाह यही दी जानी चाहिए कि उनको हमेशा एक ही कार्य या व्यवसाय में अपना भाग्य आजमाना चाहिए। यही एक तरीका है जो उनको जीवन में सफल बना सकता है।
वार्षिक राशिफल
हालांकि वर्ष का आरम्भ तो जनवरी से ही होगा लेकिन आपके लिए नये वर्ष का आगाज अप्रैल-मई से होगा। इसके बाद ही आपको अनुभव होगा कि जीवन में कुछ नया हो रहा है। उन्नति के नये द्वार खुलेंगे। किसी धर्म स्थान की यात्रा हो सकती है। रूपयों कि गति निर्बाध होगी। और परिवार में किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। पांचवें स्थान का राहु आपको यदा-कदा अचानक लाभ भी देता रहेगा।
वर्ष के शुरूआती महिनों में कुछ तनाव की स्थिति बन सकती है। परिजन आपको कर्तव्य याद दिलाते रहेंगे लेकिन आपके अधिकारों की अनदेखी की जायेगी। इसलिए वर्ष के आरम्भ से ही आपको योजनाबद्ध कार्य करना चाहिए। जिससे आपके हित सुरक्षित रह सकें। यदि समस्याएं तीव्र रूप धारण करे तो किसी ग्रहण काल में या बुधवार को संध्या के समय निम्न मंत्र की एक माला का जाप करना समीचीन होगा।
ऊँ भ्रां भ्रीं भौं सः राहवे नमः
व्यापारिक दृष्टि से होली तक समय कुछ कड़वा दिखाई देता है। लेकिन इसके उपरान्त शनै-शनै आप प्रगति को अग्रसर होंगे। यह वर्ष आपके स्थान परिवर्तन का योग भी बना रहा है। नौकरी पेशा लोगों का स्थानांतरण संभावित है। इनकी रिपोर्ट अच्छी नहीं होगी। उच्चाधिकारियों से मतभेद रहेंगे और स्थान परिवर्तन भी आपकी इच्छा अनुसार नहीं हो पायेगा। आपकी सलाह और विचारों को आपके मित्र और परिचित महत्व नहीं देंगे। अकारण ही आपका विरोध होगा। व्यापारी वर्ग के लिए घर में अलगाव या व्यापार की प्रकृति में आमूलचूल परिवर्तन की आशंका बनी रहेगी। जो लोग अभी तक अपने व्यवसाय में सफल नहीं हो पायें हैं। उन्हें इस वर्ष अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि को बनाए रखने के लिए संघर्ष करना होगा। लेकिन जो अभी तक अधर-झूल में हैं उन्हें सायद अपना व्यवसाय बदलना या फिर बंद करना पड़े।
स्वास्थ्य के संदर्भ में जनवरी का महीना कष्टदायी है। संक्रमण से बचने क प्रयास करें। अपच और गैस की शिकायत हो सकती है।
रोमांस एवं संबंध
रोमांस के मामले में यह वर्ष आपको अनुकूल रह सकता है। अवरोधक सहज बन जायंेगे। और जो लोग संबंधों में बाधा बनते आ रहे थे व ही अब आपको सहयोग देंगे। संपर्कों में श्रीवृद्धि के अनेक अवसर प्राप्त होंगे। संभव है इस वर्ष विवाह जैसे किसी स्थाई संबंध से आपका जीवन मंगलमय हो। वैसे इस वर्ष आपके परिवार में मांगलिक और नवनिर्माण के कुछ योग बन रहे हैं। अतः पूरी संभावना है कि आपके कुटुम्ब में वृद्धि हो। किसी रचनात्मक परिणाम के लिए अपनी बौद्धिक क्षमता को और ज्यादा विकसित करें। साथ ही शारीरिक डील-डौल में आकर्षण पैदा करें।
जनवरी-फरवरी और जुलाई-अगस्त के माह रोमांस के और प्रेम-संबंधों के लिए उपयुक्त दिखाई देते हैं।
कर्क राशि (हि हु हे हो ड डि डु डे डो)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
कर्क राशि एक पूर्ण जलीय राशि है। इसका स्वामी ग्रह चन्द्रमा है। चन्द्रमा स्वयं एक जलीय ग्रह है। इसके कारण कर्क राशि के लोग प्रायः सुन्दर होंगे। इनका रंग-रूप अपने निकट के परिजनों की तुलना में साफ और चमकदार होगा। शरीर स्थूल होगा।
कर्क राशि के जातकों के जीवन में हमेशा उतार-चढाव आते हैं। इसकी वजह सायद यह होगी कि इनकी जीवन शैली में पूर्ण स्थिरता नहीं होगी। ये बहुत कम अपने विचारों पर स्थिर रह पायंेगे। बुरी और अच्छी आदतों की तरफ बहुत शीघ्रता से आकर्षित होंगे। अपने कार्याें के प्रति आपका नजरिया आसानी से बदल जायेगा। काम को हमेशा बढा-चढा कर आरम्भ किया जायेगा, लेकिन कार्य को हमेशा स्थापित नहीं रख पायंेगे। इस लिए कर्क राशि के जातकों को हमेशा मौसमी कार्य ही करने चाहिए। अपने स्वभाव की मृदुता के कारण ये किसी पर आसानी से नाराज नहीं होंगे। इनका मन हमेशा चंचल रहेगा। यदि किसी से विवाद होता भी है तो ये उसे शीघ्र ही विस्मृत कर देंगे। इनकी शत्रुता लम्बी नहीं होगी। वैसे भी इनके शत्रु बहुत कम होंगे। कर्क राशि के लोग हमेशा ख्याली पुलाव पकायंेगे। कार्य का आरम्भ करने से पूर्व बड़ी योजनाओं पर कार्य करेंगे। कल्पनाओं में में रहेंगे और कल्पनाओं में ही स्वयं को सर्वगुण संपन्न समझेंगे। लेकिन वास्तविकता का सामना होने पर स्वयं को निराशा की अंधेरी कोठरी में पायंेगे। कर्क राशि के लोग तमाम दोषों के बावजूद सफल होते देखे गये हैं। हालांकि ऐसा कुछ समय के उपरान्त ही होगा। यदि इनको पसन्द और योग्यता के अनुसार काम मिले तो ये शीघ्रता से सफल हो सकते हैं। विशेष रूप से गतिशील कार्यों में सफलता प्राप्त करते हैं।
वार्षिक राशिफल
यदि गोचर ग्रहों की स्थूल गणना की जाए तो यह वर्ष आपके लिए पिछले वर्षों की तुलना में ज्यादा कष्टदायी और बदलाव वाला कहा जायेगा। यदि जन्म कुण्डली में विंशोत्तरी दशा अनुकूल नहीं है तो राम-राम करके किसी प्रकार से यह वर्ष सुखपूर्वक व्यतीत कर दें तो यह आपके लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं होगा। क्यांेकि गोचर ग्रहों की चाल रक्षा-बंधन तक बहुत प्रतिकूल दिखाई देती है।
व्यापारी वर्ग के लिए स्थायित्व का अभाव रहेगा। व्यापार या नौकरी में उतार-चढाव की स्थिति बनती रहेगी। जो लोग अब तक बेरोजगार हैं वे वर्ष भर इधर-उधर भटक कर अपना समय नष्ट करेंगे। लेकिन किसी कारगर या स्थायि रोजगार की संभावना कम है। बुद्धिभ्रम की स्थिति बनी रहेगी। कभी यह काम ठीक लगेगा तो कभी दूसरा।
वर्ष भर व्यय अधिक होगा। अनावश्यक यात्राओं से स्वयं को परेशान अनुभव करेंगे। ले-देकर काम निकालने के आपके प्रयास सफल नहीं होंगे। स्थायी उपाय के लिए ग्रहों के यंत्र धारण करने चाहिए। शनि और राहु के दान देने से भी काफी कुछ राहत मिल जाने की उम्मीद रखी जा सकती है।
जून-जुलाई के उपरान्त यदा-कदा आकस्मिक लाभ होता रहेगा। लोगों की धारणा में आपके प्रति सकारात्मक बदलाव दिखाई देंगे। व्यापार में आप काफी समय से परिवर्तन के बारे में विचार कर रहे हैं। लेकिन उसके क्रियान्वयन का अभी ठीक समय नहीं आया है। फिर भी मैं आपको सलाह दूंगा कि यदि ऐसा करना बहुत आवश्यक हो तो इस वर्ष दीपावली के उपरान्त ही करें। इससे पहले जरूरी होमवर्क किया जा सकता है। क्योंकि बहुत सारे ग्रह आपके लिए परेशानियां पैदा करने की कोशिश में हैं। अतः देखें, इंतजार करें और तब फैसला लें। जिससे विफलता की तमाम आशंकाएं मिट सकें।
स्वास्थ्य के संदर्भ में बात करें तो आपको वक्ष स्थल से संबंधित कुछ रोग उभर सकते हैं। खांसी जैसी कोई शिकायत वर्ष भर परेशान कर सकती है। शुरूआती माह स्वास्थ्य के संदर्भ में विशेष चिन्तनीय बन पड़े हैं। अतएव सावधानी जरूरी है। इसके बाद अंतिम दो माह स्वास्थ्य के बारे में कोई नयी चिन्ता पैदा करेंगे। मोटे तौर पर देखा जाए तो इस वर्ष आपको स्वास्थ्य के प्रति कोई लापरवाही ठीक नहीं होगी।
रोमांस एवं संबंध
वर्ष के मध्य बृहस्पति आपकी राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद स्थायी संबंधों में आपके लिए एक नये युग का आरम्भ हो सकता है। मेल-मिलाप का मानस बना कर रखें। शायद इस वर्ष आपको स्थाई संबंधों का केाई सुनहरा अवसर प्राप्त हो। स्वभाव में मधुरता को बढाने की कोशिश करें। आखिर यह आपके जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव सिद्ध हो सकता है। क्षणिक और अस्थाई संबंधों को जितनी शीघ्रता से हो सके विराम दें। क्योंकि यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपको स्थायी संबंधों में प्रगति नहीं हो पायेगी। कहीं उड़ न जाए अरमानों के पक्षी और आसमान ताका करें आप।
वैवाहिक संबंधों के मामले में यह वर्ष काफी कुछ सौगाते ला सकता है। जो लोग विवाह के सपने देखते रहें हैं उन्हें कोई शुभ समाचार प्राप्त होगा।
सिंह राशि (म मि मु मे मो ट टि टु टे)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
ंिसंह एक स्थिर राशि है। इसका स्वामी ग्रह सूर्य है। यह एक सम्मान और दृढता की राशि कही जाती है। इस राशि के स्वामी अभिमानी और स्वयं में मस्त रहने वाले होंगे। इनको वे ही लोग पसंद आते हैं जो इनके सुर में सुर मिला कर बात करे। इसलिए सिंह राशि के लोग भौतिक दृष्टि से सफल रहने के बावजूद समाज में बहुत अच्छा स्थान नहीं बना पाते हैं। चुंकि सिंह राशि का स्वामी सूर्य है इस लिए यह कदाचित ही संभव हो पाये कि ये लोग किसी के अधीन रह कर कार्य करे। ये कनिष्ट श्रेणी के कर्मचारी भी हों तो भी अपनी शर्तों पर ही कार्य करते हैं। फलस्वरूप उच्चाधिकारियों से इनकी तनातनी बनी रहती है। हालांकि ये अपनी जगह ठीक होंगे और जो भी कार्य करेंगे उसमें सर्वहित निहित होगा। लेकिन लोग आपके स्वभाव को परखने की भूल करेंगे। जब कि इनके साथ रहने वाले हमेशा लाभ में रहेंगे।
यद्यपि सिंह राशि के लोग अपने काम में पारंगत होंगे। लेकिन लोगों से सही मेलजोल की कमी और कल्पनाशीलता के अभाव के कारण इनके कार्यों में मौलिकता नहीं दिखाई देगी। इनकी जीवन शैली में एक दोष यह भी होगा कि ये स्वयं को समय के साथ नहीं ढाल पायेंगे। इसके कारण इनके शत्रु अधिक होंगे। ऐसा इनके स्वभावगत दोषों के कारण भी हो सकता है। ये कभी भी अच्छे मित्र नहीं सिद्ध होंगे। दूसरों पर अहसान करते हैं लेकिन उसका प्रतिफल भी चाहते हैं। ऐसा नहीं होने पर संबंध समाप्त कर लेते हैं। हालांकि सिंह राशि और वृश्चिक राशि के लोग पूर्णतः सक्षम और क्षमतावान व्यक्ति हांेगे, लेकिन ये अपने आक्रोशपूर्ण स्वभाव के कारण सकारात्मक वातावरण के निर्माण में विफल रहेंगे।
सिंह राशि के लोगों का स्वास्थ्य उत्तम होगा। ये युवावस्था तक तो बहुत ही कम बीमार होंगे। बीमार होने पर शीघ्रता से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर लेते है। इससे रोगग्रस्त होने पर भी इनकी शारीरिक क्षमता प्रभावित नहीं होती है।
वार्षिक राशिफल
सिंह राशि के लिए वर्ष 2014 शुभफलदायी और उन्नतिप्रद है। व्यापारी वर्ग को किसी नये कार्य से लाभ होगा। भूमि प्राप्ति का योग भी बन रहा है। मान-सम्मान बढेगा। समाज में आपकी बातों और योजनाओं को पर्याप्त कवरेज मिलेगा। जो लोग बेरोजगार हैं उन्हें अपना कॅरियर बनाने में बहुत सी सहूलियतें प्राप्त होंगी। इस वर्ष आप जिस किसी व्यापार या नौकरी में संलग्न हैं उसे ही बढाने का प्रयास करें अपने व्यापार या नौकरी की प्रकृति को बदलने का प्रयास नहीं करें। जो लोग सरकारी नौकरी पेशा हैं उन्हें परिस्थितियां देख कर ही कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना चाहिये। हमेशा याद रखें कि जो भी काम करें उसमें जोखिम कम से कम हो। इसके बाद भी कोई ऐसा काम करना भी पड़े तो अपने मित्रों और शुभचिन्तकों की सलाह से ही करें।
यदि जन्मांग चक्र में विंशोत्तरी दशा आपके अनुकूल है तो जीवन में स्थायित्व की प्राप्ति होगी। धन का प्रवाह सुचारू बना रहेगा। जो लोग संतान प्राप्ति के इच्छुक हैं उनको खुशखबरी मिल सकती है।
इस वर्ष आकस्मिक धन प्राप्ति के कुछेक योग दिखाई देते हैं। कुछ लोग स्वयं आपकी सहायता के लिए हाथ बढा सकते हैं।
चैतरफा उन्नति के बावजूद वर्ष के कुछ अंतिम मास बहुत अनुकूल नहीं है। इस दौरान अचानक कुछ समस्याएं उभर सकती हैं। इसमें से कुटुम्ब में अनबन और विचार भिन्नता के कारण अलगाव की स्थिति भी एक है। इससे आपको मानसिक परेशानी एक जटिल समय से गुजरना होगा। अन्ततगत्वा आपका नुकसान हो सकता है।
अंतिम महिनों में शत्रु आपकी छवि को नुकसान पहुंचाने का दुःसाहस कर सकते हैं। जिन लोगों के पास स्वयं का मकान नहीं है उनके लिए स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं।
स्वास्थ्य के मामले में मार्च, अप्रैल, सितम्बर और अक्टूबर के माह विशेष कष्टदायी हैं। लेकिन कोई गंभीर चिन्ता की बात नहीं होनी चाहिए। सामान्य अपच और सर्दी-जुकाम का प्रभाव दृष्टिगोचर हो सकता है।
रोमांस एवं संबंध
प्रेम संबंधों को गति प्राप्त होगी। विवाह-सगाई जैसे स्थायी संबंधों में नयी भूमिका तैयार हो सकती है। इसलिए जो लोग कुंवारे हैं उनको अपने प्रयासों में तेजी दिखाई चाहिए। स्थायी मैत्री के भाव में बृहस्पति की उपस्थिति से समय आपके लिए काफी कुछ अनुकूल है। जैसा चाहेंगे लगभग वैसा ही जीवन साथी मिल सकेगा। लेकिन अपको जल्दी करनी होगी। होली तक का समय इस बारे में काफी कुछ आपके पक्ष में है।
वर्ष के आरम्भ के महिनों में आप रोमांस के मामले में भाग्यशाली सिद्ध हांेगे। आपका साथी आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा। लेकिन आपकी कुछ आदतें आपके प्रेम-संबंधों में बाधा बन सकती है। इसलिए यदि कोई बुरी आदत हैं तो जितना जल्दी हो सके उससे पीछा छुड़ा लें ऐसा करना आपके रोमांटिक जीवन के लिए रामबाण साबित होगा। यदि आप वर्ष के शुरूआती महिनों में सफल नहीं हुए तो बाद में आपको अतिरिक्त कोशिशें करनी होगी और तब संबंधों में प्रगाढता लाने में पूरा वर्ष ही खर्च हो जायेगा।
कन्या राशि (टा प पि पू प ण ठ प पा)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
कन्या राशि का स्वामी बुध है। और यह एक द्विस्वभाव राशि है। इस राशि के लोग अपने विचारों पर स्थिर नहीं रह पाते हैं। इसके बावजूद कन्या राशि के लोगों को बहुत ही धैर्यवान और सहनशील माना जाता है। लेकिन समय के चक्र के कारण इनको अपने विचारों और व्यवसाय में परिवर्तन करना होता है। ये सफलता की उम्मीद पर वर्षों प्रयासरत रह सकते हैं। लेकिन यह जरूरी नहीं कि ये सफल हों ही। अन्ततः इनको अपनी जीवन शैली में पविर्तन करना होता है।
कन्या राशि के लोग जानकारियां प्राप्त करने में पूरी रूचि दिखाते हैं। इनकी स्मरण शक्ति अच्छी होगी। जिससे ये काफी कुछ अपने मस्तिष्क में सुरक्षित रख पाते हैं। जो भी नई जानकारियां हासिल करेंगे उसे प्रायः भूलंेगे नहीं। वैसे कन्या राशि के लोग भाषण कला में भी प्रवीण होंगे। ये किसी भी स्थिति में अपने विचारों को पृकट करने का अवसर नहीं गवायेंगे। यह बुध का ही चमत्कार है। बहुत से लोग इनकी इस आदत को नापसंद करते हैं। आर्थिक दृष्टि से कन्या राशि के लोगों को सफलता कुछ देर से प्राप्त होगी। आमतौर पर युवावस्था के बाद ही सफल होते देखे जाते हैं। मैंने यह भी देखा है कि कन्या राशि के लोग अपनी योग्यता की तुलना में उतना सफल नहीं हो पाते हैं जितने कि होने चाहिए।
जैसा कि मैं लिख चुका हूं कि कन्या राशि के लोग नम्र स्वभाव के व्यक्ति होंगे। इनको आसानी से क्रोध नहीं आयेगा। ये गंभीर स्थिति को भी अपनी खुश-मिजाज प्रवृति के कारण अनुकूल बना लेते हैं। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि कन्या राशि के लोगों की सहृदयता का लोग बेजा फायदा उठाते हैं। इस लिए जातकों को यह सलाह दी जाती है कि वे अपनी बातों में गंभीरता का समावेश करें। और किसी भी स्थिति को हल्के ढंग से नहीं लें।
वार्षिक राशिफल
कन्या राशि वालों को यह वर्ष कई तरह की नई सौगाते देगा। आपको साढेसाती का अंतिम दौर है। शनि अक्टूबर 2014 में वृश्चिक राशि में प्रवेश कर रहे हैं। लेकिन आपको होली के तुरन्त बाद सुखद अनुभव होने लगेंगे। लोगों के बीच आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। बुरे वक्त को आप शीघ्रता से भूल जायेंगे। इस वर्ष आपको पिछले वर्षों से चली आ रही परेशानियों से काफी हद तक छुटकारा मिल सकेगा। ऋण की समस्या के निपटारे की किसी योजना पर काम हो सकता है। हालांकि ज्यादा संभावना इस बात की है कि एक बड़ा ऋण छोटे-छोटे बहुत से ऋणों का खात्मा कर मानसिक परेशानी से कुछ राहत का अनुभव करवा सकता है। खास बात तो यह होगी कि आपके सामाजिक और राजनीतिक संबंधों में तेजी से वृद्धि होगी। और लोगों की धारणाओं में आपके प्रति सकारात्मक बदलाव देखने में आयेगा। इस वर्ष परिवार में कोई मांगलिक काय्र संपन्न हो सकता । जिन लोगो किा संतान की इच्छा है याज जपुत्र प्राप्ति के आकांक्षी हैं उन्हें इस वष्र कोई शुभ समाचार मिल जाने की संभावना बन रही है।
हालांकि होली के बाद तक का एक माह कुछ कड़वा दिखाई देता है क्योंकि दूसरा राहु और दसवें भाव में विराजित बृहस्पति महाराज आपको कुछ मानसिक परेशानी से साथ थोड़ी धन हानि भी देंगे। ऋण लेने की आवश्यकता हो सकती है। परिजनों से आपके मतभेद उग्र रूप धारण कर सकते हैं। आपके अधिकारों में हस्तक्षेप हो सकता है। अतएव सावधानी रखी जानी जरूरी है। यद्यपि ऐसा कोई योग नहीं है जिससे कि आपको कोई दूरगामी नुकसान हो सके। इन क्षणिक समस्याओं से आप शीघ्रता से मुक्ति पाने में कामयाब हो सकेंगे।
भूमि और भवन प्राप्ति का योग भी बहुत शक्तिशाली है। भूमि की खरीद-फरोख्त करने वालों को अच्छी सफलता मिल सकती है। यद्यपि वर्ष के अंतिम छः मासों में लाभ के अधिक अवसर प्राप्त होगे।
जो लोग राजनीति या समाज सेवा में संलग्न हैं उनको सामाजिक स्तर पर मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। धार्मिक कार्यों और दानादि में धन का व्यय हो सकता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से अक्टूबर-नवम्बर के महिने कुछ कष्टदायी हैं। जुलाई के बाद जीवन साथी को शारीरिक कष्ट हो सकता है।
रोमांस एवं संबंध
स्थायी संबंधों जैसे विवाह या साझेदारी में यह वर्ष काफी कुछ बेहतर कहा जाना चाहिए। जो लोग कुंवारे हैं उनको प्रयास तेज करने चाहिए। यदि सब कुछ ठीक रहा तो वर्षा ऋतु के आते-आते शुभ समाचारों की प्राप्ति संभावित है।
प्रेम-संबंधों पर भरोसा रखने वालों को आसानी से सफलता मिल जाने की उम्मीद है। संबंधों में नयी उर्जा का संचार होगा। लेकिन जुलाई के बाद आप अब तक जिस साथी से संपर्क में थे उसके स्वभाव और व्यवहार में कुछ बदलाव दिखाई देंगे। हालांकि चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि वर्ष के अंत तक कुछ नए संबंध स्वतः ही आपको आमन्त्रित करेंगे।
तुला राशि (र रि रू रे रो त ति तु ते)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
तुला श्रेष्ठ राशियों में से एक है। इसका स्वामी ग्रह शुक्र है। यह एक वायु तत्त्व प्रधान राशि है। इसका प्रतीक चिह्न तुला है और यह न्याय और निष्पक्षता की राशि कही जाती है। हालांकि मैं इसे न्याय की बजाय समरूपता की राशि अधिक समझता हूं। इस संसार के बहुत से श्रेष्ठ लोगों ने इस राशि में जन्म लिया है।
तुला राशि को कला और सौन्दर्य की राशि भी कहा जाता है। तुला राशि से पूर्ण रूप से प्रभावित लोग कला, संगीत, यौन विषयों और किसी नशे के शौकीन होते हैं।
इनका व्यक्तित्व पूरी तरह से आकर्षक होगा। किसी को भी प्रभावित कर लेने के कारण ये अपने सर्किल में खासा प्रसिद्ध भी होते हैं। इनकी प्रसिद्धि का एक कारण यह भी है कि ये मेलजोल बनाए रखने में माहिर होते हैं। मिलने वालों को खूब तव्वजो देेते हैं। इसके बावजूद तुला राशि वालों को सच्चे मित्रों का सदा अभाव बना रहना है। आमतौर पर इनके मित्रों की फेहरिस्त में अच्छे खासे लोग शामिल होते हैं। लेकिन उनमें से बहुत की कम होंगे जो इनके बुर समय में सहयोग कर पाये। अधिकतम मित्र इनकी कमजोरियों और झिझक का फायदा उठाने में विश्वास रखते हैं। ऐसे मित्रों से तुला राशि के जातकों को सावधान रहना चाहिए।
तुला राशि के लोग पूरी तरह से सहनशील और समझौतावादी होंगे। लेकिन इनको ध्यान रखना चाहिए कि अधिक उदारता दिखाना वर्तमान समय में अच्छा नहीं समझा जाता है। आप हालात देखें और फिर सोच समझकर निर्णय लें कि आपके क्या करना चाहिए। अपने विचारों को स्वयं पर थोपे नहीं, यह भी नहीं होने दें कि कोई आपको मोहरा बना लें। याद रखें कि किसी भी स्थिति में आप कमजोर नहीं है। आप संघर्ष कर सकते हैं। इसलिए आपके लिए यह जरूरी नहीं कि समझौता ही करें। आप चाहे तो समस्याओं का सामना भी कर सकते हैं। सायद इसके परिणाम ज्यादा सुखद हो।
वार्षिक राशिफल
गोचर में हमेशा शनि महाराज की भूमिका निर्णायक है। शनि की आज्ञा के बिना कुछ भी होना संभव नहीं है। गत कुछ वर्षाें से आप शनि की साढेसाती के दौर में हैं, या कहना चाहिए कि गिरफ्त में है। अभी आप साढसाती के मध्य में हैं। इसलिए यह वर्ष यदि आपके लिए कष्टदायी नहीं है तो सुखद भी नही ंकहा जायेगा। बहुत अनुकूल समय आने में अभी एक-दो वर्ष की प्रतिक्षा करनी होगी। तब तक अपने इष्ट में आस्था रखें। सत्कर्म करते रहें। जितना अधिक हो जीवहित करें। अन्नदान में विशेष रूचि रखें। यदि आप उद्योगपति या ठेेकेदार हैं तो श्रमिकों की तनख्वाह में कुछ प्रतिशत की वृद्धि करें। वार-त्योहार श्रमिकों को मिठाई भेंट में दें।
वर्ष के उत्तरार्द्ध में निकट संबंधियों के कारण मानसिक तनाव रह सकता है। आपकी सलाह और विचारों को मित्र और रिश्तेदार महत्व नहीं देंगे। अकारण ही आपको विरोध का सामना करना होगा। इसलिए पहली सावधानी तो यही है कि मित्रों और परिचितों पर ज्यादा भरोसा न करते हुए स्वयं के आत्मविश्वास पर ही कोई कार्य करें। मित्र तो शत्रुवत् व्यवहार करेंगे।
वर्ष में बृहस्पति जून तक भाग्य स्थान पर उपस्थित रहेंगे। बृहस्पति जब अनुकूल हो तो परिवार में वृद्धि होती है। भोग-विलास की वस्तुओं की खरीदारी और मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी पेशा लोगों को पदोन्नति की संभावना बनेगी। हालांकि नौकरी पेशा लोगों के लिए भी यह वर्ष बहुत अच्छा तो नहीं कहा जायेगा।
सुचारू स्वास्थ्य के लिए जून, जुलाई और दिसम्बर के महिनों में विशेष सावधानी रखी जानी चाहिए। नाभि के नीचे और गले के उपर के अंगों में कोई नया रोग उभर सकता है। जीवन साथी का स्वास्थ्य भी चिन्ता पैदा करेगा।
रोमांस एवं संबंध
स्थायी संबंधों के मामलों में वर्ष के शुरूआती महिनों में अच्छा परिणाम मिल सकता है। जो लोग कुंवारे हैं उन्हें अपने प्रयासों में तेजी लानी चाहिए। निश्चित परिणामों की आशा रखी जा सकती है। बृहस्पति अनुकूल है, इसलिए यह आपकी अभिलाषाओं को पूर्ण कर सकते हैं। ऐसा बृहस्पति परिवार में वृद्धि करता है या फिर परिवार वृद्धि की आधारशिला अर्थात वैवाहिक संबंध बनाता है। इसलिए मझदार में लटक रहे सम्पर्क इस वर्ष धरातल पर आ जायेंगे। आपको अपने मनपसंद जीवन साथी के मिलने की पूरी संभावना है।
हालांकि क्षणिक आनन्द के लिए इस वर्ष कोई प्रेम-संबंध सफल होता नहीं दिखता है। जो भी आपको साथी मिलेगा वह आपसे घनिष्ठता बढाना चाहेगा। इसके कारण बिना आधारभूत पृष्टभूमि से बने संबंधों से आप मुक्त हो सकेंगे। इस वर्ष आपको रोमांटिक से ज्यादा गंभीर होने की आवश्यकता है। तभी आप अपनी महबूबा के दिल में जगह पाने में सफल हो सकेंगे।
वृश्चिक राशि (तो न नि नु ने नो या यि यु)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है। अतः यह स्वभाविक रूप से मंगल के गुणों और अवगुणों को ग्रहण करती है। मंगल एक पाप ग्रह है लेकिन बहुत साहसी भी है। सायद यही कारण है कि वृश्चिक राशि के जातकों के अनेक रूप प्रचलित हैं।
वृश्चिक राशि के लोग यदि अपनी उर्जा को अपने विकास में लगाए तो जीवन में काफी कुछ हासिल कर सकते हैं। अन्यथा समाज में इनकी विशेष प्रतिष्ठा नहीं होगी। लोग इनको लापरवाह और स्वयं का नुक्सान करने वाला समझेंगे। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि वृश्चिक राशि के लोग जहां अपना निर्माण स्वयं कर सकते हैं, वहीं विध्वंस या विफलता के रास्ते पर भी जा सकते हैं।
मेरा मानना है कि वृश्चिक राशि के लोगों में संकल्प शक्ति अद्भुत होती है। शारीरिक रूप से तो ये सुदृढ होंगे ही साथ ही दुःसाहसी भी होंगे। इन सब विशेषताओं को यदि ये अपने जीवन में ढाले तो निश्चित रूप से एक सफल और अनुकरणीय जीवन जी सकते हैं।
वृश्चिक राशि के जातकों में क्रोध की अनावश्यक मात्रा होगी। जिससे ये परिस्थितियों का ठीक से आकलन नहीं कर पायंेगे और एक विफल जीवन जीने को विवश होंगे। हालांकि यह भी एक सत्य है कि वृश्चिक राशि के लोग बहुत कार्यकुशल होंगे लेकिन कमजोरियों के कारण बहुत आशंका है कि ये जीवन में सफल न भी हों।
वृश्चिक राशि के जातक दोहरा जीवन जीते हैं। यह संभव है कि यह दोहरा जीवन इनके व्यवसायिक कार्य प्रणाली पर ही लागू हो। कुछ लोग सांसारिक तौर पर भी दोहरा जीवन जीते हैं। ये लोग हमेशा अपनी एक स्थिति को छुपाने का प्रयास करेंगे।
वार्षिक राशिफल
वर्ष के पूर्वार्द्ध में शान्तचित्त बने रहें। वर्षा ऋतु की शुरूआत से ही काफी कुछ राहत का अनुभव होगा। अभी आपके लिए शनि की साढेसाती का पहला दौर है। इसलिए कार्यों में विफलता और मानसिक कष्ट का समय चल रहा है। बनते हुए कामों में अचानक बाधाएं आती हैं। जो लोग किराये के मकान में हैं उनको घर बदलना पड़ सकता है। लोग आपको नाना प्रकार से प्रताडि़त करेंगे।
शनि तो आपके लिए प्रतिकूल है ही। साथ ही राहु और बृहस्पति भी क्रमशः बारहवें और आठवें स्थान पर रह कर करेला और नीम चढा की कहावत चरितार्थ कर रहे हैं। ध्यान रखें कि जब राहु और बृहस्पति खोटे स्थानों पर हो तो चोरी और बुद्धिभ्रम से धन की हानि करवाते हैं। समय पर सटीक निर्णयों का अभाव होता है इसलिए लोग आपको आर्थिक योजना में मोटा लालच दिखाकर चूना लगा सकते हैं। क्योंकि बृहस्पति की प्रतिकूलता से विवेक का नाश हो जाता है। इसलिए वर्ष के शुरूआती महिनों में निवेश सरकारी योजनओं में ही करें। किसी के साथ साझेदारी में व्यापार की न सोचें।
जुलाई के बाद छोटे बहन या भाई को कई तरह की परेशानियों से झूझना पड़ सकता है। आर्थिक और शारीरिक दोनों स्थितियां प्रतिकूल दिखाई देती हैं।
जैसा कि मैं पहले भी कुछ राशियों के लिए लिख चुका हूं कि गोचर ग्रहों का प्रभाव काफी कुछ जन्म कालीन विंशोत्तरी दशा पर निर्भर करता है। बहुत बार देखा जाता है कि अनुकूल और बलशाली ग्रह की विंशोत्तरी दशा के दौरान शनि का खराब गोचर संकेत मात्र देकर निकल जाता है। यदि आपकी विंशोत्तरी दशा निर्बल ग्रहों की है तो शनि की साढेसाती के उपाय किये जाने जरूरी हैं। शनि से संबंधित दान देने और शनि मुद्रिका धारण करने से काफी कुछ राहत का अनुभव होगा।
वर्ष के अंतिम चार मास आपके लिए अच्छे हैं। दीपावली के आस-पास कोई नया काम आरम्भ हो सकता है। परिवार में किसी नये सदस्य के आगमन की संभावना बन सकती है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से जुलाई और अगस्त के मास में विशेष सावधानी रखी जानी चाहिए।
रोमांस एवं संबंध
इस वर्ष से कोई खास उम्मीदें नहीं रखें। पहली दृष्टि से ऐसा कोई योग नहीं है। स्थायी संबंधों पर पाप ग्रहों की दृष्टि है। सगाई जैसे संबंधों में स्थायित्व के लिए बेहतर और ज्यादा संवाद की आवश्यकता होगी। इसके अभाव में संबंध होते-होते रह जायेंगे। मोटे तौर पर स्थायी संबंधों पर कोई नई बात आने की संभावना न के बराबर है। अलबत्ता प्रेम संबंधों में कुछ नवीनता का बोध होगा। यदि आप चाहते हैं कि आपका प्रेम स्थायी हो या आप नये संपर्क बनाने के इच्छुक हैं तो आपको अपने व्यवहार को ज्यादा सुमधुर ओर स्वयं को जवाबदेह और भरोसेमंद बनाना होगा।
धनु राशि (ये यो भ भि भू धा फा ढा भे)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
धनु एक द्विस्वभाव राशि है और इसका स्वामी बृहस्पति है। धनु राशि के लोग शारीरिक रूप से भरे-पूरे होंगे। इनकी त्वचा का रंग परिवार के दूसरे सदस्यों की तुलना में कुछ साफ होगा। धनु राशि के लोग एक स्थान पर स्थिर रह कर कार्य नहीं कर पाते हैं। बृहस्पति के प्रभाव के कारण ये विवेकी और बुद्धिमान हांेगे। ये समाज में शीघ्र निर्णय लेने के संबंध में पहचाने जायेंगे। इनकी फैसले कभी भी मिथ्या नहीं होंगे। लेकिन ये एक प्रकार के कामों से जल्द उब जाते हैं। इस आदत के कारण ये अपने व्यवसाय में अक्सर परिवर्तन करने की सोचने लगते हैं। ये अपने व्यवसाय को विकसित करने के लिए बहुत कम समय लेंगे।
धनु राशि के लोगों का पारिवारिक जीवन पूरी तरह से समृद्ध नहीं होगा। इनकी माता या पत्नी को हमेशा स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बनी रह सकती है। बाल्यावस्था में इनको पिता या माता की तरफ से पूरा लगाव और स्नेह नहीं मिल पाता है। यह भी संभव है कि पिता की तरफ से विरासत में कोई स्थापित व्यवसाय की प्राप्ति नहीं हो।
धनु राशि के लोगों का दांपत्य जीवन पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होता है। आप लोग उदार होंगे। धर्म में पूरी आस्था पृकट करेंगे। बहुत से देवी-देवताओं की आराधना करेंगे। समय-समय पर मंदिरों और तीर्थाें की यात्राएं करते रहेंगे। इनकी उदारता के कारण ही बहुत से लोग इनके सहारे अपना जीवन यापन करते हैं।
धनु राशि के लोग महत्वकांक्षी होंगे। लेकिन बहुत कम लोग ही अपने लक्ष्य तक पहुंच पायंेगे। हालांकि इनमें काम करने का जज्बा होगा। और अपने लक्ष्य के लिए सर्वस्व निच्छावर करने को भी तैयार रहेंगे। तथापि ये अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं। शीघ्र ही इनको यह आभास होता कि वे जिस लक्ष्य के पीछे भाग रहे हैं वह दरअसल उनके लिए उचित नहीं है।
धनु राशि के लोग पूरी तरह से स्वस्थ नहीं रहेंगे। थकावट और पीठ के दर्द से परेशान रह सकते हैं।
वार्षिक राशिफल
आपके लिए यह वर्ष मिश्रित फलप्रद दिखाई देता है। कुछ मामलों में आप आसानी से सफल हो सकेंगे तो कुछेक में बाधाओं के कारण कार्य बंद होने की नौबत आ सकती है। इसलिए पहली दृष्टि में आपको यह सलाह दी जाती है कि आप ऐसे किसी कार्य में भाग्य न आजमाएं जहां स्थिरता का अभाव हो। कोशिश करें कि केवल भाग्य के भरोसे न रहते हुए पूरी तरह से प्रैक्टिकल बने रहें। जब तब स्थिति को समझ न लें तब तक दूरी बना कर रखें। हमेशा बहुमत के साथ चलें और संभावनाओं को नकार दें।
इस वर्ष रक्षाबंधन तक का समय कुछ लाभदायक और कई योजनाओं को मूर्त रूप देने में आपको सफल बना सकता है। खासतौर पर भाइयों से कई तरह से सहयोग की अपेक्षा रखी जा सकती है। जो लोग व्यापारी हैं उन्हें कुछ नये अनुबंध प्राप्त होंगे जिनसे भविष्य में काफी कुछ मुनाफा कमाया जा सकेगा। वाहन के सुख में वृद्धि होगी। भूमि और भवन की खरीद-फरोख्त की चर्चा हो सकती है। दूरस्थ स्थानों की तीर्थ यात्राओं के योग निर्मित हो रहे हैं। रक्षाबंधन और दीपावली के मध्यावधि में किसी धर्म स्थान की लम्बी यात्रा हो सकती है।
इस दीपावली से आपको शनि की साढेसाती आरम्भ हो रही है। लेकिन इसका प्रभाव आपको जून-जुलाई से ही आरम्भ हो जायेगा। शनि का नजरिया बहुत कठोर है। ये न्यायप्रिय हैं। जब शनि की महादशा जन्मकुण्डली में न आए तो वह गोचर की साढेसाती में पूर्व जन्मों के पाप और पुण्य का हिसाब-किताब करता है। यदि पिछले कुछ वर्ष आपके लिए बेकार और निराशा के व्यतीत हुए हैं तो यह साढेसाती भी आपको अनेकों कष्ट देगी। भाग्य का साथ बिल्कुल नहीं रहेगा। किसी प्रकार से विर्वाह हो जाए तो गनीमत समझें। इस स्थिति मे ंआपको संभलने का एक अवसर प्राप्त होता है। आगामी छः मास आपको शनि की साढेसाती से बचने के लिए स्वर्णकाल है। कुछ प्रयासों से आप इस साढेसाती के बुरे प्रभाव से काफी हद तक निजात पा सकते हैं। इसके लिए आपको शनि के तांत्रिक मंत्रों को जाप करना चाहिए।
संतान के कॅरियर को लेकर तो समस्या रह ही सकती है। साथ ही संतान के स्वास्थ्य और विचार भिन्नता से भी आप त्रस्त रहेंगे। जिनकी संतान विवाहित हैं उनके लिए परिवार में असंतोष का वातावरण बन सकता है। मतभेद गहरा कर अलगाव का रूप ले सकते हैं।
शारीरिक दृष्टि से अक्टूबर-नवम्बर के महिनों में ज्वर और रक्त विकार के शिकार हो सकते हैं। बवासीर जैसे गुप्तांग के रोगों से भी बचने का प्रयास करें। मतिभ्रम की शिकायत हो सकती है।
रोमांस एवं संबंध
जनवरी-फरवरी के पहले दो मास रोमांस के लिए आप उतावले रहेंगे। तथापि इस दौरान आप चर्चित होने की आशंका से ग्रस्त भी रह सकते हैं। ध्यान रखें कि निम्न श्रेणी की स्त्रियों से संबंधों के कारण आप चर्चित हो सकते हैं। इससे आपके नैतिक साहस में कमी आयेगी। समाज में आलोचनाओं के शिकार हो सकते हैं। बाद के छः महिने स्थायी संबंधों के लिए उत्तम है। आपका पार्टनर सिद्धांतवादी होगा। जिससे प्रेम-संबंधों से ज्यादा अहमियत भावनाओं और आदर्शवाद को मिलेगी। पहले छः महिने तात्कालिक और क्षणिक प्रेम-संबंधों के लिए बेहतर हैं। विरोधियों को कोई अवसर नहीं दें।
मकर राशि (भो ज जी जु जे ख खु खो गि)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
मकर राशि पर शनि का आधिपत्य है। शनि की राशि होने से मकर राशि से प्रभावित लोग जीवन में खूब सोच-समझकर कदम रखते है। ये कभी भी आकस्मिक लाभों पर दृष्टिपात नहीं करेंगे। इनका हमेशा यही प्रयास रहेगा कि जो कुछ भी करें वह सब स्थाई हो। और इन कार्याें से वर्षों तक लाभ मिलता रहे। प्रायः यह भी देखा जाता है कि मकर राशि के लोग तात्कालिक या मौसम आधारित कार्याें में सफल नहीं होते हैं। इन्हें वैसा काम चाहिये जिसे ये आरम्भ करे और नाती-पोते तक उसका लाभ ले सके।
मकर राशि के लोग स्वभावगत रूढिवादी होंगे। ये अपनी परम्पराओं से कभी पृथक नहीं होंगे। और नई बातों को आसानी से हजम नहीं कर सकेंगे। नए-नए फैशन और रीति-रिवाजों का पुरजोर विरोध करंेगे। लेकिन इसका यह अर्थ कदापि नहीं लगाया जाना चाहिए कि प्रगतिशील नहीं है। इनको तरक्की पसन्द होगी लेकिन ये कभी भी ताकत और धन को हासिल करने के लिए कभी भी शार्टकट नहीं आजमायंेगे। इसलिए प्रायः इनके द्वारा स्थापित व्यवसाय का परिवार के दूसरे लोग लाथ उठाया करते हैं।
मकर राशि के लोगों का जीवन पूरी तरह से सुखद नहीं होता है। बहुत कम लोग ही एक सफल और प्रसन्नतापूर्वक जीवन जीते हैं। इनके जीवन में बहुत सी बुरी घटनाएं घटित होती हैं। पिता से इनको विशेष सहयोग प्राप्त नहीं होगा। और भाई-बहिनों से भी उम्र भर कुछ कठिनाई बनी रहती है।
मकर राशि के लोग परिश्रमी होंगे। वैसे इनके जीवन का आरम्भ कुछ इस प्रकार से होगा कि इनको मजबूरन कठिन मेहनत करनी होगी। हालांकि एक आयु विशेष के बाद मकर राशि के लोग एक सम्मानजनक स्थान बना पाने में सफल हो सकते हैं। लेकिन यह इनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा होगा। स्वास्थ्य के मामले में मकर राशि के लोग युवावस्था तक ही पूर्ण स्वस्थ रह सकते हैं। परिश्रम के कारण ये बहुत से रोगों से बचे रह सकते हैं। अधिक उम्र के बाद इनकी स्मरण शक्ति प्रायः नष्ट हो जाया करती है। स्नायु संबंधी रोग भी हो सकते हैं।
वार्षिक राशिफल
यदि स्थूल रूप से विचार किया जाए तो वर्ष 2014 आपके लिए अनुकूल कहा जायेगा। विशेष रूप से वर्ष के अंतिम छः महिने ज्यादा लाभदायक दिखाई देते हैं। आपको कुछ नये कार्यों को आरम्भ करने का अवसर प्राप्त होना चाहिए। साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होने की संभावना है। आपको सभी स्थायी कार्यों यथा मशीनरी, भूमि और भवन आदि से लाभ हो सकता है। स्थायी सम्पति में वृद्धि होनी चाहिए। भाइयों से समय-समय पर लाभ होता रहेगा। ज्ञातव्य रहे कि मूल रूप से ज्योतिष मार्गदर्शन का विज्ञान है। इसलिए आपको अपने बेहतर समय का पूरा दोहन करना चाहिए। होली तक जम कर होमवर्क करें और इसके बाद अपनी योजनाओं को क्रियान्वयन करें। इससे सभी कार्य सुचारू संपन्न हो सकेंगे। यही आपके लिए उचित सलाह होगी।
राहु वर्ष भर आपके लिए कारक बन गया है। इस लिए यह समय आपके लिए काफी उन्नतिकारक सिद्ध हो सकता है। आपको परिश्रम का पूर्ण फल प्राप्त होगा। जनता और व्यापार जगत में आपकी प्रतिष्ठा में बढोत्तरी होगी। लेकिन राहु इन सब बातों के साथ ही मानसिक परेशानी भी देता है। लेकिन इसके बावजूद स्थिति बहुत चिन्ताजनक नहीं होगी। काफी कुछ आपकी पकड़ में बना रहेगा।
वर्ष की शुरूआत यद्यपि ज्यादा अच्छी नहीं कही जायेगी। काफी कुछ अनचाहा परिवर्तन हो सकता है। जो लोग सरकारी या नीजि नौकरी में हैं उन्हें इस तरह के कुछ लक्षण दिखाई देंगे। इसलिए जरूरी है कि इसके लिए पूर्व ही मानसिक रूप से स्वयं को परिपक्व कर लिया जाए। इसके साथ ही मैं यह भी कहना चाहूंगा कि नौकरी पेशा लोगों को वर्ष का उत्तरार्द्ध बहुत अच्छा व्यतीत होगा। उच्चाधिकारियों को प्रसन्न रख पाने में सफल रहेंगे।
बृहस्पति आपकी राशि से छठा और सातवां होकर बहुत कारक नहीं है। जब बृहस्पति प्रतिकूल हो तो चोरी और धोकाधड़ी से धन हानि हो सकती है। वर्ष भी आपको प्रत्येक गुरूवार को पीली खाद्य वस्तुओं को दान करना चाहिए।
स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्ष भर आपको कोई न कोई समस्या रह सकती है। विशेष रूप से पेट और छाती संबंधी कोई रोग परेशान कर सकता है। जीवन साथी के स्वास्थ्य के बारे में भी आपको सावधानी रखनी चाहिए। क्योकि वर्ष के शुरूआती महिनों में जीवन साथी को कोई शारीरिक कष्ट हो सकता है।
रोमांस एवं संबंध
इस वर्ष आपकी चारों अंगुलियां घी में है। वैवाहिक और रोमांस आदि के संबंध में आप जितना प्रयास करेंगे सफलता का प्रतिशत उससे कुछ ज्यादा ही रहेगा। इस लिए मेरी आपको राय है कि आप स्थायी संबंधों के बारे में विचार करें। इससे आपके जीवन को स्थायित्व भी प्राप्त होगा। साथ ही समाज में आपकी प्रतिष्ठा को चार चार चांद लग जायेंगे। कभी-कभार चलने वाले रोमांस से आपको आत्मसंतुष्टि नहीं प्राप्त होगी। इस वर्ष बृहस्पति आपकी राशि से सातवेें भाव में प्रवेश करेंगे। जो कि सगाई और विवाह के संबंध में कोई शुभ सूचना दें सकते हैं। बुद्धिमानी इसी में है कि सब कुछ छोड़-छाड़ कर केवल इसी कार्य में लग जाए जिससे कम से कम जीवन का एक पक्ष का उज्ज्वल हो सके।
कुंभ राशि (गु गे गो स सि सु से सो द)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
मकर राशि के साथ ही शनि कुंभ राशि का भी संयुक्त स्वामी है। कुंभ राशि का प्रतीक चिह्न इसके नाम के अनुरूप मिट्टी का गोलाकार बर्तन है। जिसके बाहरी आकार-प्रकार को देख कर कोई भी इसकी आंतरिक स्थिति का पता नहीं लगा सकता है। कमोबेश यही स्थिति कुंभ राशि के जातकों की है। ये बहुत से कार्यों में पारंगत होते हैं। और एक से अधिक व्यवसायों से धन अर्जित करते हैं। बहुत कम लोगों को इनकी वास्तविक स्थिति का ज्ञान होता है।
कुंभ राशि के लोग सहनशील होंगे। तथापि ये अपना अपमान नहीं सहन करेंगे। जीवन में इनको कई बार मित्रों और परिचितों से भी शत्रुवत् व्यवहार सहन करना होता है। यद्यपि ये कभी भी इन विपरीत परिस्थतियों में भी अपना हौसला नहीं खोते हैं। क्यों कि यदि ये आवेश में आकर कोई फैसला करें तो अन्ततः नुक्सान इनको ही उठाना होता है। इसलिए कुंभ राशि के लोगों को हमेशा विवादों से दूर ही रहना चाहिए। आप बहुत गिने-चुने लोगों से ही दोस्ती रखते हैं। लेकिन ये तथाकथित दोस्त ही आपका समय-समय पर नुक्सान कतरे रहेंगे। इस लिए कुंभ राशि के लोगों को इस प्रकार के लोगों से हमेशा सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आपके लिए यह भी आवश्यक है कि आप अपनी व्यवसायिक गतिविधियों को हमेशा गुप्त ही रखें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके निकट के लोग ही आपका नुक्सान कर सकते हैं।
कुंभ राशि के लोग संवेदनशील और अन्तर्मुखी होंगे। इनके चारों तरफ एक रहस्य का पर्दा पड़ा होगा। समाज में इनको कई तरह से पहचाना जायेगा। जो लोग इनको बहुत करीब से जानते हैं वे भी प्रायः एक भ्रम की स्थिति में ही रहेंगे। ये अपनी वास्तविक मनोवृत्ति को बहुत कम लोगों के सामने रखेंगे।
संतान के संबंध में कुंभ राशि के लोग बहुत भाग्यशाली नहीं कहे जायेंगे। इनको कम संतान होगी, इस पर भी संतान के संबंध में चिन्ता बनी रहेगी। इनके पुत्रों को आजीविका संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
वार्षिक राशिफल
शनि आपकी राशि से वर्ष की शुरूआत में नवें और इसके उपरान्त दसवें स्थान पर रहेंगे। हालांकि गोचर के साधारण सिद्धांतों के अनुसार शनि के लिए दोनों ही स्थान अच्छे नहीं हैं। लेकिन आधुनिक शोधों से यह सिद्ध हो चुका है कि आठवें के बाद नौवें स्थान का शनि बहुत खराब नहीं होता है। कमोबेश अनुकूल ही कहा जायेगा। यदि आपने पिछले वर्ष में कोई उपलब्धि हासिल की है तो निश्चित ही इस वर्ष भी काफी कुछ प्राप्त करने में सफल हो सकेंगे। ऐसा मेरा समझना है। क्योंकि गोचर के साथ ही जन्मकालीन ग्रहों का भी अपना महत्व है।
होली तक बृहस्पति का सहयोग आपको बराबर प्राप्त होता रहेगा। अनुकूल बृहस्पति के कारण आपको नवीन संपर्कों से लाभ होगा। लोग आपके निकट आना पसंद करेंगे। तथापि इस कालावधि में आपकी पिछली उपलब्धियां अवश्य प्रभावित होगीं। आप उतना कुछ नहीं हासिल कर पायेंगे जितना कि आप योग्यता रखते हैं। इसलिए मैं इस वर्ष को मिश्रित फलप्रद कहना जरूरी समझना हूं। जहां कुछ मामलों में आप सफल रहेंगे तो वहीं कुछेक में आपको निराशा ही हाथ आयेगी। इस वर्ष जितनी आप सावधानी रख पाने में सफल होंगे उसी तुलना में आप कामयाब भी हो सकेंगे। आप स्वयं बहुत सी समस्याओं से बच पाने में सफल हो सकते हैं। सब कुछ आपकी इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है।
उपरोक्त के बावजूद समय-समय पर आपको अचानक धन की प्राप्ति होती रहेगा। गोचर के कुछ योग इस मामले में आपके लिए बहुत अनुकूल बने हैं। वहां से आपको धन प्राप्त हो सकेगा जहां से कि आपने आशा नहीं रखी होगी। इसके विपरीत आपकी आशाओं पर कुठाराघात भी होगा। भरोसे के लोग आपको अचानक मुगालते में रखेंगे। परिवार में इस वर्ष कोई मांगलिक कार्य संपन्न हो सकता है। जो लोग विवाहित हैं उन्हें संतान प्राप्ति के लिए यह वर्ष अनुकूल है। वर्ष के आरम्भ के महिनों में ही कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से जुलाई, अगस्त और सितम्बर के मास समस्याएं पैदा करने वाले हैं। कोई रोग हो सकता है जिससे निजात पाने में एक लम्बा वक्त लग जाएं। इसलिए सूक्ष्म लक्षणों की भी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। परिवार में माता के स्वास्थ्य के संबंध में पेरशानी लगातार बनी रहेगी। इस संबंध में आपको बहुत सावधानी रखे जाने की आवश्यकता है।
रोमांस एवं संबंध
इस वर्ष सगाई, विवाह या रोमांस के संबंध में कोई विशेष उपलब्धि की आशा नहीं रखी जानी चाहिए। इस तरह की योजनाओं के लिए समय बेहद साधारण प्रतीत होता है। जिसका अर्थ कि परिश्रम के उपरान्त ही क्षणिक सफलता की उम्मीदे रखीं जा सकती हैं। अब यह आप पर निर्भर है कि क्या निर्णय लेते हैं। या तो बहुत अनुकूल स्थितियों की प्रतिक्षा करें या फिर अपने प्रयासों में तेजी लाएं। जो लोग प्रेम-संबंधों पर विश्वास करते हैं उनके लिए सितम्बर का मास कुछ नवीन परिस्थितियों का निर्माण करेगा। मधुर संपर्कों के लिए यह उचित मास है। लेकिन अधिक जोखिम आपके हित में नहीं होगा। लेकिन यदि आप इस संबंध को स्थायी करना चाहते हैं तो अच्छे परिणामों की आशा रख सकते हैं।
मीन राशि ( दि दु थ झ ´ दे दो च चि)
स्वभाव एवं व्यक्तित्व
बृहस्पति की राशि होने से मीन राशि के लोग अपनी जीवन शैली में हमेशा एक स्टेण्डर्ड मैंटन करने का प्रयास करते हैं। ये लोग कभी भी सामान्य सा दिखने वाला कार्य नहीं करेंगे। इस मानसिक प्रवृति के कारण ये लोग अपने से श्रेष्ठ लोगों में बैठना पसंद करते हैं। हालांकि यह आवश्यक नहीं कि ये कोई सफल जीवन ही जिये। इसका कारण यह भी है कि उच्च विचार और जीवन में सफल होने की आकांक्षा के बावजूद मीन राशि के जातकों में आलस्य की प्रवृति देखी जाती है।
मीन राशि के लोग विवेकशील होंगे। निश्चित रूप से ये जीवन में कुछ कर दिखा सकते हैं। खास बात तो यह कि इनको जीवन में कई अवसर प्राप्त होंगे जिससे कि ये अपना जीवन स्तर सुधार सकें। लेकिन अक्सर ये सुनहरे अवसरों का पूरा लाभ नहीं ले पाते हैं। मीन राशि वालों के अधीन जो लोग काम करेंगे वे इनकी उदारताका फायदा उठाने का प्रयास करेंगे। इनको इस संबंध में सावधानी रखने का प्रयास करना चाहिए। कार्य का वर्गीकरण करने से ये लोग अपने अधीन काम करने वालों का पूरा लाभ ले सकते हैं। व्यक्ति को पूरी तरह से परख कर काम दें। कम योग्य व्यक्ति को महत्वपूर्ण कार्य नहीं सौंपे। हालांकि वह आपका विश्वासपात्र है। लेकिन क्या वह इतना योग्य है कि आपको रिटर्न दे पायेगा। व्यक्ति की वफादारी को उसकी क्षमताओं से नहीं जोड़े।
वार्षिक राशिफल
वर्ष की शुरूआत में शान्तचित्त रह कर अपना काम करते रहें। लोगों पर अनावश्यक विश्वास नहीं करें। लेनदेन में पर्याप्त सावधानी रखते हुए जीवहित करते रहें। वर्ष में होली तक ज्यादा आशान्वित नहीं रहें। यह समय आपके लिए कड़वा है। इसलिए इस समय का उपयोग अपनी योजनाओं को कागजी रूप देने में लगाएं। होमवर्क करें।
इस वर्ष कुछ गलत लोगों के संपर्कों के कारण आपको वर्ष भी परेशानी हो सकती है। इसलिए जहां तक संभव हो ऐसे लोगों से स्वयं को पृथक करने का भरसक प्रयास करें। यह आपके भविष्य को सुधारने का कार्य करेगा। वर्ष में एक से अधिक बार आपको मिथ्या और गलत संगत के कारण काफी नुकसान हो सकता है। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसे किस रूप में लेते हैं। यदि तटस्थ होकर सोचेंगे तो पायेंगे कि जो कुछ भी हुआ उसमें आपकी ज्यादा गलती नहीं थी। इस वर्ष कुछ अनावश्यक यात्राएं हो सकती हैं जिसके फलस्वरूप आपका धन और समय बर्बाद होगा। ऐसी यात्राओं पर नियंत्रण रखने का प्रयास करें। लम्बी यात्राओं से पूर्व काफी सोचे-विचारे और लाभ-हानि का कच्चा चिट्ठा तैयार करें।
इस वर्ष भाइयों और निकट के परिचितों के कारण व्यापार या नौकरी में बाधा और संकट पैदा हो सकते हैं। परिवार में विचार वैमनस्य और विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। आपकी उदारता को कमजोर समझा जा सकता है। इसलिए अपने अधिकारों के लिए आपको सजग रहने की आवश्यकता है।
वर्ष मध्य के आते-आते सब कुछ आपके पक्ष में होना आरम्भ होगा। अचानक धन लाभ होगा। सोचे हुए कार्याें को गति मिलेगी। किसी नये व्यापार की शुरूआत हो सकती है। हालांकि कुछ अतिरिक्त परिश्रम हो सकता है लेकिन उसका पूरा लाभ भी आपको मिल जायेगा। जीवन में उन्नति के नवीन अवसर प्राप्त होंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। स्थायी संपत्तियों में इजाफा हो सकता है। भवन और वाहन प्राप्ति की योजना पर काम होगा। वर्ष के अंत तक कई तरह की चिन्ताओं से मुक्त हो सकंेगे। चूंकि शनि के अतिरिक्त बाकी के ग्रह आपके अनुकूल हैं अतः यदि शनि के कुछ उपाय कर लिये जाएं तो जीवन को ज्यादा सुचारू और सहज बनाया जा सकेगा।
स्वास्थ्य की दृष्टि से फरवरी-मार्च के महिनों में चोट-मोच का भय बना रहेगा। शत्रु भी कोई नुकसान पहुंचा सकता है। नाभि के नीचे के अंगों में कोई रोग परेशान करेगा। निकट के संबंधी से कोई आघात हो सकता है। घर-परिवार में बड़े भाई या बहन के स्वास्थ्य के बारे में कोई चिन्ता अवश्य उत्पन्न होगी। बड़े भाई-बहनों को आर्थिक नुकसान भी हो सकता है।
रोमांस एवं संबंध
रोमांस और सगाई आदि के लिए यह वर्ष उपयुक्त है। लेकिन विवाह में कोई बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसलिए जरूरी बातों को महत्व दें और स्थायी बंधन के लिए दीपावली के बाद के समय तक प्रतिक्षा करें। ऐसा करना ही आपके लिए ठीक रहेगा। जल्दबाजी करने से भविष्य में होने वाले संबंधों में आपका पक्ष कमजोर रह सकता है।
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ज्योतिर्विद सत्यनारायण जांगिड़
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