बॉस ने एक चुलबुली, निहायत ही खूबसूरत सेक्रेटरी को काम पर रखा.
लेकिन 10 दिन बाद ही 27वें माले से कूद कर बॉस ने आत्महत्या कर ली!
इंस्पेक्टर : कमरे में उस वक़्त कौन मौज़ूद था?
सेक्रेटरी : "जी,...मैं थी."
इंस्पेक्टर : आख़िर हुआ क्या? उसने ख़ुदकुशी क्यूं की?
सेक्रेटरी : "वह बहुत अच्छे इंसान थे. एक दिन उन्होंने मुझे 2 लाख रुपये की ड्रेस उपहार में दी...
फिर एक दिन उन्होंने मुझे 15 लाख की कीमत वाला हीरों का हार खरीद कर दिया... परसों ही वे मेरे लिए 5 लाख की हीरे की अंगूठी ले कर आए थे... यह रही मेरी उंगली में।
इंस्पेक्टर : "फिर......
सेक्रेटरी : "तभी मेरे पापा का फोन आया, मैंने कहा कि आप यहां होते, तो देखते मेरे बाॅस मुझे कितना प्यार करते हैं, आप तो हमेशा बस यही कहते हो, पप्पू बेटा लड़की बनकर मत घूमा कर।
लेकिन 10 दिन बाद ही 27वें माले से कूद कर बॉस ने आत्महत्या कर ली!
इंस्पेक्टर : कमरे में उस वक़्त कौन मौज़ूद था?
सेक्रेटरी : "जी,...मैं थी."
इंस्पेक्टर : आख़िर हुआ क्या? उसने ख़ुदकुशी क्यूं की?
सेक्रेटरी : "वह बहुत अच्छे इंसान थे. एक दिन उन्होंने मुझे 2 लाख रुपये की ड्रेस उपहार में दी...
फिर एक दिन उन्होंने मुझे 15 लाख की कीमत वाला हीरों का हार खरीद कर दिया... परसों ही वे मेरे लिए 5 लाख की हीरे की अंगूठी ले कर आए थे... यह रही मेरी उंगली में।
इंस्पेक्टर : "फिर......
सेक्रेटरी : "तभी मेरे पापा का फोन आया, मैंने कहा कि आप यहां होते, तो देखते मेरे बाॅस मुझे कितना प्यार करते हैं, आप तो हमेशा बस यही कहते हो, पप्पू बेटा लड़की बनकर मत घूमा कर।